सांड हांकेंगे शूमाखर
२० अक्टूबर २०१२इस सत्र के अंत में 43 साल के शूमाखर फॉर्मूला वन रेस को अलविदा कह रहे हैं. रेसिंग से संन्यास के बाद शूमी ऐसा कुछ करना चाहते हैं जिसमें हुनर, रफ्तार, कलाबाजी और भावनाओं की सवारी करे. इंडियन ग्रां प्री की तैयारियों में जुटे शूमाखर के मुताबिक, "कोई और कार मुझे फॉर्मूला वन के जैसा एहसास नहीं दे सकती. मुझे लगता है कि मैं वेस्टर्न राइडिंग कॉम्पिटिशन्स में हिस्सा लूंगा. मेरी पत्नी कोरिना कई सालों से इस तरह की प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रही हैं, उन्होंने मेरे लिए सही घोड़ा भी चुन लिया है. मैं यह जरूर करुंगा."
फॉर्मूला वन की विशेष पोशाक और हैलमेट उतरने के बाद अब शूमाखर के बदन पर काउबॉय के कपड़े होंगे. सिर पर खास चमड़े की हैट होगी. रोडियो में अलग अलग प्रतियोगिताएं होती है. मसलन घोड़े पर सवार होकर ताकतवर सांड को काबू में करना, सांडों के झुंड से किसी एक ताकतवर बैल को अलग करना या किसी एक जिद्दी घोड़े पर लगाम कसना.
1991 के बाद दो दशक तक शूमाखर फॉर्मूला वन के बेताज बादशाह रहे. 2006 में उन्होंने फॉर्मूला वन से भी संन्यास लिया लेकिन 2010 में वह ट्रैक पर फिर लौट आए. दिग्गज जर्मन ड्राइवर के लिए वापसी बड़ी फीकी रही. कभी अजेय समझे जाने वाले शूमाखर संन्यास से लौटने के बाद बीते तीन सत्रों में एक भी रेस नहीं जीत सके.
ओएसजे/आईबी (एएफपी, रॉयटर्स)