फर्राटा ड्राइवर शूमाखर का दूसरा संन्यास
४ अक्टूबर २०१२जापानी शहर सुजूका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जर्मन ड्राइवर ने कहा, "मैंने सीजन के अंत में रिटायर होने का फैसला लिया है." उन्होंने कहा, "मैं अभी भी महसूस करता हूं कि सर्वोत्तम खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम हूं लेकिन कभी न कभी विदा कहने का समय आ जाता है और इस बार यह सदा के लिए हो सकता है." 43 साल के शूमाखर ने कहा कि पिछले महीनों में उन्हें साफ साफ पता नहीं था कि रेस में बने रहने के लिए उनमें इच्छा और ऊर्जा है या नहीं.
शूमाखर के बयान के बाद उनके भविष्य को लेकर चल रही अटकलें समाप्त हो गई हैं. मर्सिडिज के यह कहने के बाद कि जर्मन ड्राइवर का करार बढ़ाया नहीं जाएगा, अटकलें थीं कि उन्हें कोई दूसरी टीम मिल जाएगी. हाल के दिनों में साउबर टीम उन्हें लेने पर विचार कर रही थी.
शूमाखर ने फॉर्मूला रेस की लोकप्रियता में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने 1991 में पहली बार जॉर्डन फोर्ड टीम की ओर से बेल्जियम ग्रां प्री में हिस्सा लिया था और उसके बाद विश्व के सबसे सफल फॉर्मूला ड्राइवर बन गए. उन्होंने 2006 तक 91 रेस जीते. अपने सात विश्व टाइटल में से दो उन्होंने 1994 और 1995 में बेनेटन के लिए जीते. 1996 में फरारी टीम में शामिल होने के बाद उन्होंने फरारी के लिए 2000 से 2004 तक पांच टाइटल जीते.
2006 में शूमाखर ने अपने करियर के शिखर पर रिटायर करने का फैसला किया लेकिन चार साल बाद 2010 में मर्सिडिज के लिए तीन साल के करार पर वापस लौट आए. फर्राटा रेस में अपने दूसरे संस्करण में वे पुराना चमत्कार नहीं दिखा पाए और पिछले तीन सालों में एक भी रेस जीतने में कामयाब नहीं हुए.
जापानी ग्रां प्री से पहले सुजूका में बोलते हुए शूमाखर ने स्वीकार किया कि पिछले तीन सालों में मर्सिडिज उनके साथ विश्व चैंपियनशिप के लायक कार बनाने के साझा लक्ष्य में विफल रहा है. उन्होंने कहा, "यह भी सही है कि मैं किसी को लंबे समय तक की संभावना नहीं दे सकता. लेकिन यह भी साफ है कि मैं फॉर्मूला वन में अपनी कुल उपलब्धियों पर बहुत खुश हो सकता हूं."
एमजे/एनआर (एएपपी, डीपीए)