शतरंज में उठ खड़ा हुआ है धोखाधड़ी का तूफान
२८ सितम्बर २०२२पिछले करीब एक दशक से शतरंज की बादशाहत पर कायम नॉर्वे के खिलाड़ीमागनुस कार्लसन ने अपने प्रतिद्वन्द्वी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. एक बयान में कार्लसन ने कहा कि उन्हें लगता है "नीमान ने हाल ही में बार-बार धोखाधड़ी की- जितना उन्होंने स्वीकार किया है उससे कहीं ज्यादा.” हालांकि कार्लसन ने कोई सबूत नहीं दिया. यह पहली बार है जब कार्लसन ने सीधे स्पष्ट शब्दों में नीमान पर आरोप लगाए हैं. हालांकि इसी महीने उन्हें हराने वाले हैंस नीमान के बारे में वह पहले भी बोलते रहे हैं.
19 साल के नीमान ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि कार्लसन उनका करियर बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि नीमान ने माना है कि उन्होंने पहले धोखाधड़ी की थी. उन्होंने माना है कि जब वह 12 और 16 साल के थे तब ऑनलाइन धोखाधड़ी की थी. लेकिन उन्होंने कहा कि आमने-सामने के खेल में उन्होंने कभी ऐसा नहीं किया और कहा कि अपने आपको साबित करने के लिए वह सारे कपड़े उतारकर मैच खेलने को भी तैयार हैं.
कब शुरू हुआ बवाल?
शतरंज में धोखाधड़ी का यह बवाल इसी महीने की शुरुआत में उठ खड़ा हुआ जब सिंकेफील्ड कप में नीमान ने कार्लसन को हरा दिया. लगातार 53 जीत के बाद कार्लसन की यह पहली हार थी. लेकिन छह मैच बाकी रहते कार्लसन ने प्रतियोगिता बीच में ही छोड़ दी और एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें फुटबॉल मैनेजर होजे मॉरिन्हो कह रहे हैं, "अगर मैं बोलूंगा को बड़ी मुसीबत में फंस जाऊंगा.”
उसके बाद पिछले हफ्ते नीमान और कार्लसन एक बार फिर आमने-सामने हुए लेकिन कार्लसन ने सिर्फ एक चाल चलने के बाद मैच छोड़ दिया. माना जाता है कि उन्होंने नीमान के खेलने के विरोध में ऐसा किया था. कार्लसन ने टूर्नामेंट जीता और कहा कि वह धोखाधड़ी के बारे में और बोलेंगे क्योंकि "शतरंज में धोखाधड़ी से सख्ती से निबटा जाना चाहिए.”
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सोमवार को कार्लसन ने ट्विटर पर एक बयान जारी किया. इसमें उन्होंन कहा, "मैं परेशान हो गया हूं. मैं सर्वोच्च स्तर पर शतरंज खेलना जारी रखना चाहता हूं. मेरा मानना है कि शतरंज में धोखाधड़ी बहुत बड़ी बात है और इसके वजूद के लिए खतरा है. मैं मानता हूं कि आयोजक और शतरंज की पवित्रता में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को सुरक्षा उपायों और धोखाधड़ी पकड़ने के तरीके लागू करने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.”
उसके बाद उन्होंने नीमान पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा, "मेरा मानना है कि नीमान ने कई बार धोखाधड़ी की है. हाल ही में की है और जितना उन्होंने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है उससे कई ज्यादा बार की है.”
उन्होंने कहा कि हाल के सालों में नीमान का तेजी से "असामान्य” उभार देखकर उन्हें संदेह हुआ है. उन्होंने कहा कि उन्हें लगा "सिंकफील्ड कप के दौरान वह (नीमान) तनाव में नहीं थे और पूरा ध्यान भी नहीं दे रहे थे. और काले मोहरों से खेलते हुए” जीत गए जो क्षमता "मुट्ठीभर लोगों में है.” उन्होंने कहा कि वह और भी बहुत कुछ बोलना चाहते हैं लेकिन "नीमान की इजाजत के बिना ऐसा नहीं कर सकते.”
नीमान ने क्या कहा?
सोमवार को कार्लसन द्वारा जारी बयान पर तो नीमान ने अभी कुछ नहीं कहा है लेकिन इस महीने की शुरुआत में जब विवाद शुरू हुआ था तब नीमान ने धोखाधड़ी के आरोपों का खंडन किया था. उन्होंने कहा था, "अगर वे चाहते हैं कि मैं सारे कपड़े उतार दूं तो मैं वो भी कर दूंगा.”
नीमान ने कहा, "मुझे परवाह नहीं है क्योंकि मैं साफ हूं. आप चाहते हैं कि मैं एक बंद बक्से में खेलूं जहां कोई इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिशन ना हो, मुझे परवाह नहीं है. मैं यहां जीतने के लिए आया हूं और जो भी हो जाए, वही मेरा लक्ष्य है.”
19 वर्षीय हैंस नीमान अमेरिकी खिलाड़ी हैं. सिंकफील्ड कप में वह सबसे निचली रैंकिंग के खिलाड़ी थे और उन्होंने नॉर्वे के 31 वर्षीय मागनुस कार्लसन को 53 गेम्स में हरा दिया था. उसके बाद कार्लसन ने छह मैच बाकी रहते टूर्नामेंट बीच में छोड़ दिया. बाद में शतरंज के सबसे बड़े ऑनलाइन मंच चेस डॉट कॉम ने कहा कि ‘धोखाधड़ी के कारण' उसने नीमान को अपने यहां से हटा दिया है.
पहले भी हुई है धोखाधड़ी
शतरंज में धोखाधड़ी के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं. कई खिलाड़ियों को गुपचुप तरीके से धोखाधड़ी करते पकड़ा गया है. अब ऐसे बहुत सारे ऐप मौजूद हैं जो किसी भी अच्छे शतरंज खिलाड़ी से ज्यादा तेज और बेहतर चालें सोच सकते हैं. इसीलिए आमने-सामने हो रहे बोर्ड गेम मैच में फोन पर प्रतिबंध है.
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फिर भी, कई खिलाड़ियों ने धोखाधड़ी के तरीके निकाले हैं. एक बार एक भारतीय खिलाड़ी ध्रुव कक्कड़ को अपनी टांग पर टेप से फोन चिपकाए और कान में माइक्रोफोन के साथ पकड़ा गया था. 2015 में जब यह घटना हुई थी जब इस खिलाड़ी ने एक ग्रैंड मास्टर को हरा दिया था. इससे पहले डॉ. हेडगेवार ओपन चेस टूर्नामेंट में एक अन्य भारतीय खिलाड़ी को तब चोरी करते पकड़ा गया जब उसने शौचालय में फोन छिपा रखा था, जिसकी वह खेल में मदद ले रहा था.
2006 में शतरंज खिलाड़ी वेसेलिन टोपालोव की टीम ने विश्व चैंपियन व्लादिमीर क्रैमनिक पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था क्योंकि उनका शौचालय जाना "संदिग्ध नहीं तो अजीब जरूर था.” 1978 में विक्टर कोर्चनोई की टीम ने तत्कालीन वर्ल्ड चैंपियन अनातोली कारपोव पर संदेह जताया था कि उन्हें ब्लूबेरी यॉगर्ट भेजी गई जो ‘एक विशेष चाल चलने का संकेत हो सकता है.'
रिपोर्टः विवेक कुमार (रॉयटर्स)