कुवैत: सरकार की आलोचना करने वाला कवि गिरफ्तार
८ जुलाई २०२१कुवैत की सरकार ने प्रसिद्ध कवि और राजनीतिक कार्यकर्ता जमाल अल-सायर को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. अल-सायर के परिवार का कहना है कि उन्हें सरकार के खिलाफ "फर्जी खबरें" ट्विटर पर पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
कवि और राजनीतिक कार्यकर्ता के साथ-साथ अल-सायर एक व्यापारी भी हैं, उन पर "अमीर का अपनाम करने, फर्जी खबरें फैलाने, देश की छवि खराब करने और मोबाइल फोन का दुरुपयोग" करने का आरोप लगाया गया है.
अल-सायर ने पिछले कुछ हफ्तों में देश की आंशिक लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्था के बारे में कई महत्वपूर्ण लेख ट्वीट किए हैं. उन्होंने खास तौर से कुवैती सरकार के संसद द्वारा सवाल किए जाने से इनकार करने के मुद्दे को उठाया था.
क्यों हुई गिरफ्तारी?
जमाल अल-सायर ने 28 जून को एक ट्वीट में लिखा, "माननीय (अमीर) और क्राउन प्रिंस, स्थिति असहनीय हो गई है. आपने संसद और लोगों की इच्छा को धता बताते हुए सरकार को भंग करने और संविधान का उल्लंघन करने की अनुमति दी है."
पुलिस ने उन्हें सोमवार को कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया. द गल्फ सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक अधिकारियों ने आधी रात को उनके घर की तलाशी ली. उनके भतीजे और वकील मुहन्नाद अल-सायर ने बुधवार को यह जानकारी दी, जिससे सांसद भी नाराज हो गए.
सरकार और आंतरिक मंत्रालय ने अभी तक उनकी गिरफ्तारी पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
कुवैत में एक राजशाही सरकार के साथ-साथ एक निर्वाचित संसदीय प्रणाली है जिसके पास विभिन्न मुद्दों पर शेख नवाफ अल-अहमद-अल सबाह की सरकार से सवाल पूछने की शक्ति है. हालांकि अमीर और जिस सरकार को वह नियुक्त करते हैं उसके पास ही अंतिम फैसला लेना का अधिकार है. इसलिए संसद और सरकार के बीच इतने विवादस्पद मुद्दे हैं.
मौजूदा विवाद यह है कि संसद भ्रष्टाचार और कुछ अन्य मुद्दों के बारे में प्रधानमंत्री शेख सबाह अल-खालिद अल-सबाह से सवाल करना चाहती है. शेख सबाह कुवैती शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं और सरकार संसदीय जांच को रोकने की कोशिश कर रही है. माना जाता है कि मंत्रिमंडल में बार-बार फेरबदल होने और संसद भंग होने से देश में निवेश को बड़ा नुकसान हुआ है.
राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रिया
कुवैत में कई राजनीतिक, सामाजिक, कानूनी विशेषज्ञों और कुछ प्रमुख हस्तियों ने 70 वर्षीय कवि जमाल अल-सायर की गिरफ्तारी पर खेद व्यक्त किया है और उनका समर्थन किया है.
विपक्षी सांसद अब्दुल अजीज अल-सबाकी ने एक ट्वीट में कहा, "हम एक पुलिस राज्य को स्वीकार नहीं करेंगे जहां अधिकारों का उल्लंघन किया जाता है. माफिया समूहों की शैली में स्वतंत्रता हैक करना लोकतंत्र और कानून के शासन के खिलाफ अपराध है."
एक अन्य विपक्षी नेता खालिद अल-कुतैबी ने कहा, "कुवैत एक संवैधानिक राज्य है. हम इस तरह के दमनकारी तरीकों, राज्यों को हड़पने की रणनीति और क्रूरता की संस्कृति को स्वीकार नहीं करेंगे."
एए/वीके (रायटर्स, एपी)