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हैर्था बीएससी बर्लिनः टीम तो बदली, खेल बदलेगा?

२२ जनवरी २००९

कोच लुसिएन फ़ावरे के लिए यह दूसरा सत्र मुश्किल हो सकता है. हैर्था की टीम का चेहरा ही उन्होंने बदल दिया है. मैनेजर डीटर होएनस ने उनका साथ दिया था, लेकिन अब दबाव बढ़ता जा रहा है.

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तस्वीर: AP

टीम के खेल में बेहतरी लानी है, ताकि ओलंपिक स्टेडियम में फिर से दर्शक आएं. पिछले साल टीम दसवें स्थान पर थी, राजधानी बर्लिन के लिए यह काफ़ी नहीं है.

Bundesliga Fußball 18. Spieltag Hertha BSC Berlin gegen VfL Wolfsburg
बर्लिन टीम के खिलाड़ी बदलेतस्वीर: AP

फ़ावरे काफ़ी आशावादी दिखते हैं. वे कहते हैं – मेरा दिल कहता है, इस साल बेहतरी आएगी. इस बीच कहा जा सकता है कि स्विटज़रलैंड से आए कोच ने टीम को अपने रंग में रंग दिया है. खिलाड़ी बदले गए हैं, जो हैं उनके पोज़ीशन बदले गए हैं. फ़ावरे को पसंद के खिलाड़ी मिले हैं. आकाडेमिका कोइम्ब्रा से काका को लाया गया है, लेवस्की सोफ़िया से वालेरी डोमोचिस्की को, वीसबादेन से आए हैं माक्सिमिलियान निकु. पिछले साल खिलाड़ियों के लिए 1 करोड़ 63 लाख 50 हज़ार यूरो खर्च किए गए हैं, इस साल फिर से 90 लाख. अभी तीन खिलाड़ी और आने वाले हैं. मैनेजर डीटर होएनेस एक स्ट्राइकर व एक मध्य मैदान के डिफ़ेंडर की खोज में ब्राज़िल गए हुए हैं.

सबकी नज़रें अब नतीजों पर हैं. तालिका में टीम अभी तीसरे स्थान पर है, जो चैंपियंस लीग के क्वालिफ़िकेशन के लिए काफ़ी है. 17 में से दस खेलों में उसे जीतें मिली हैं, 20 के मुकाबले 27 गोल दागे गए हैं. कम से कम पिछले साल से तो बेहतर ही है.