स्कॉटलैंड को मनाने की कोशिश करते बोरिस जॉनसन
६ सितम्बर २०१९ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन शुक्रवार को स्कॉटलैंड पहुंचे. उन्होंने वहां घोषणा की कि कृषि क्षेत्र में फंडिंग को बढ़ाया जाएगा. 31 अक्टूबर की अंतिम समयसीमा तक ब्रिटेन को यूरोपीय संघ, ईयू से बाहर निकालने की तारीख में अब दो महीने से भी कम बचे हैं. इधर ईयू के साथ उनके किसी समझौते पर सहमति नहीं बन रही है तो दूसरी ओर समझौते को बार बार ब्रिटिश संसद में अस्वीकार करने वाली लेबर पार्टी के सामने उन्होंने देश में मध्यावधि आम चुनाव कराने की चुनौती पेश कर दी है. जॉनसन का तर्क है कि जनता को एक बार फिर निर्णय लेने का मौका मिलना चाहिए कि वे ब्रेक्जिट को लेकर किसकी योजना का समर्थन करते हैं.
ब्रिटिश संसद में मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी अब तक ईयू के साथ समझौते का समर्थन करने से इनकार करती आई है. उनका कहना है कि उन्हें पहले इस बात का भरोसा चाहिए कि देश बिना किसी एक्जिट-डील के ईयू से बार नहीं निकलेगा. जॉनसन कहते आए हैं कि डील हो या न हो, समयसीमा पर ब्रिटेन बाहर निकलेगा ही.
जुलाई में देश की कमान संभालने के बाद से जॉनसन ने परोक्ष रूप से चुनाव प्रचार अभियान चला रखा है. वे हमेशा पुलिस, शिक्षा या घरेलू नीतियों से जुड़े दूसरे मुद्दों पर अपने विचार रखते रहते हैं. ब्रिटेन के वित्त मंत्री ने कहा है कि जॉनसन द्वारा की गई सरकारी खर्च में बढ़ोत्तरी की योजना के साथ ही बीते एक दशक से जारी खर्च में कटौती का दौर खत्म होगा. स्कॉटलैंड के एबरडीनशर में जॉनसन ने स्कॉटिश किसानों के लिए फंडिंग राशि में 21.1 करोड़ पाउंड बढ़ाने की घोषणा की. यह उस योजना का हिस्सा है जिसके जरिए ब्रिटेन के अलग अलग हिस्सों में कृषि क्षेत्र में अलग अलग मात्रा में होने वाले सरकारी खर्च को थोड़ा संतुलित करने की कोशिश हो रही है.
आगामी सोमवार को जॉनसन एक बार फिर ब्रिटिश संसद के सामने चुनाव कराए जाने का प्रस्ताव रखेंगे. अब तक साफ नहीं हो सका है कि क्या इस बार विपक्षी लेबर दल उनके इस प्रस्ताव का समर्थन करेंगे. जॉनसन 15 अक्टूबर को देश में आम चुनाव करवाना चाहते हैं.
आरपी/ओएसजे (रॉयटर्स, एपी)
______________
हमसे जुड़ें: WhatsApp | Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay |