सैन्य विहीन तिब्बत दलाई लामा का सपना
८ अप्रैल २००७विज्ञापन
दलाई लामा ने तिब्बत की आज़ादी की मांग छोड़ दी है, लेकिन उनका मानना है कि तिब्बत में आतंक का राज्य है. अपनी मांग के पश्चिमी देशों में दलाई लामा और तिब्बत को काफ़ी समर्थन मिलता रहा है लेकिन भारत तिब्बत की निर्वासन सरकार को पनाह देने के बावजूद इस मुद्दे पर चीन से टकराव से बचता रहा है. 2003 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के चीन दौरे पर भारत ने तिब्बत को चीन हिस्सा मान लिया था.
भारत में लगभग पचास साल से निर्वासन में रह रहे दलाई लामा ने आज प्रसारित हो रहे एक साक्षात्कार में कहा है कि भारत को अपनी तिब्बत नीति की समय समय पर समीक्षा करनी चाहिए. उनका कहना है कि भारत के इस मुद्दे पर कुछ ज़्यादा ही सावधानी बरतने से तिब्बतियों में रोष है.