सिगरेट छोड़ने के 6 फायदे
सिगरेट के धुएं में 200 प्रकार के नुकसानदेह तत्व होते हैं. लेकिन अगर सिगरेट छोड़ दी जाए तो इंसान का शरीर वापस स्वस्थ भी हो सकता है. ये फायदे समय के साथ पता चलते हैं.
सामान्य रक्तचाप
सिगरेट पीने के 20 मिनट बाद शरीर का रक्तचाप और दिल की धड़कन सामान्य हो जाते हैं. सिगरेट पीते समय निकोटीन के कारण ये दोनों ही बढ़ जाते हैं. निकोटीन नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करता है.
ऑक्सीजन का स्तर
सिगरेट छोड़ने के 12 घंटे बाद शरीर में कार्बन मोनो ऑक्साइड का स्तर घटता है और तब जाकर ऑक्सीजन अपने सही स्तर पर लौटता है. कार्बन मोनो ऑक्साइड स्मोकिंग से शरीर को मिलने वाली ऐसी चीज है जिससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बाधित होता है.
सूंघने की क्षमता
सिगरेट छोड़ने के दो दिन बाद स्वाद और सूंघने की क्षमता सामान्य होने लगती है. सिगरेट पीने से ये दोनों ही प्रभावित होते हैं.
श्वास तंत्र
सिगरेट छोड़ने के तीन दिन बाद अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट वापस सामान्य होने लगता है और सांस लेना ज्यादा आसान हो जाता है. आमतौर पर सिगरेट छोड़ने के तीसरे दिन शरीर निकोटीन से मुक्त हो जाता है. ऐसे में चिड़चिड़ाहट, सिरदर्द, थकान, कमजोरी, झुंझलाहट और अकेलेपन का एहसास हो सकता है.
साफ फेफड़े
सिगरेट पीना छोड़ने के कुछ महीने बाद शरीर में रक्त का प्रवाह बढ़ता है. फेफड़ों की ऑक्सीजन सोखने की क्षमता भी 30 फीसदी बढ़ती है. फेफड़ों की सतह पर जो महीन रोएं बाहरी धूल और अन्य हानिकारक कणों को रोकते हैं, वे फिर से विकसित होने लगते हैं.
हार्ट अटैक का कम खतरा
सिगरेट छोड़ चुके व्यक्ति में एक साल के अंदर हार्ट अटैक का खतरा 50 फीसदी घट जाता है. दस साल बाद फेफड़े के कैंसर का खतरा सिगरेट पीने वाले के मुकाबले आधा रह जाता है. और 15 साल बाद दिल की बीमारियों का खतरा ऐसे व्यक्ति जितना ही रह जाता है जिसे कभी सिगरेट की लत रही ही ना हो.