रिश्वतकांड ने एयरबस की बैलेंस शीट बिगाड़ी
१३ फ़रवरी २०२०एयरबस के मुताबिक 2019 में उसे 1.36 अरब यूरो का नुकसान हुआ. घाटा, भारी जुर्माने के चलते हुआ. एयरबस पर आरोप हैं कि उसने ऑर्डर पक्के करने के लिए कई एयरलाइन कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों को रिश्वत दी. भ्रष्टाचार और रिश्वत देने के मामलों में कुछ देशों ने कंपनी पर भारी जुर्माना ठोंका है.
एयरबस के खिलाफ फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका में भ्रष्टाचार संबंधी जांच चल रही है. जिन मामलों की जांच की जा रही है वे 2004 से 2016 के बीच के हैं. कंपनी अब तक 3.6 अरब यूरो जुर्माना भरने को तैयार है.
2016 में एयरबस ने खुद भ्रष्टाचार और रिश्वतकांड का खुलासा किया. इसके बाद शुरू हुई जांच में पता चला कि कंपनी ने यात्री विमानों और सैटेलाइटों का ठेका पाने के लिए बड़ी मात्रा में रिश्वत दी. खुलासे के बाद एयरबस के पूरे शीर्ष प्रबंधन ने पद छोड़ दिया.
अब इस कांड का असर साफ तौर पर एयरबस की बैलेंस शीट पर दिख रहा है. 2009 के बाद यह पहला मौका है जब दिग्गज विमान निर्माता कंपनी को नुकसान हुआ है. कंपनी के मुताबिक मार्च में जर्मन सरकार ने सऊदी अरब को बेचे जाने वाले सैन्य साजोसामान का एक्सपोर्ट लाइसेंस रद्द कर दिया, जिसके चलते भी उसे 22.1 करोड़ यूरो का नुकसान हुआ. जर्मनी समेत ज्यादातर देशों में सैन्य साजोसामान बेचने से पहले कंपनियों को अनिवार्य रूप से सरकार की इजाजत लेनी पड़ती है.
2018 में एयरोस्पेस और डिफेंस मशीनरी बनाने वाली एयरबस को तीन अरब डॉलर का फायदा हुआ था. लेकिन अगले ही साल 863 विमान बेचने के बावजूद कंपनी को घाटा हुआ. नुकसान ऐसे वक्त में हुआ है जब एयरबस की प्रतिद्वंद्वी अमेरिकी कंपनी बोइंग, अपने 737 मैक्स विमान के चलते भारी मुश्किल में है. 2019 में मैक्स में सामने आई कई तकनीकी खामियों के चलते एयरबस की छवि को काफी फायदा हुआ.
एयरबस को उम्मीद है कि 2020 में 880 कमर्शियल विमान बेच कर वह नुकसान की कुछ हद तक भरपाई कर सकेगी.
ओएसजे/एमजे (एएफपी, डीपीए)
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