रियाल मैड्रिड ने बायर्न म्यूनिख को हराया
१४ अगस्त २०१०जर्मनी की वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे महान फुटबॉलर फ्रांत्स बेकेनबावर के लिए टेस्टीमॉनियल के तौर पर यह मैच खेला गया. जर्मनी के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक बेकेनबावर 1959 में एक किशोर खिलाड़ी के तौर पर बायर्न म्यूनिख में शामिल हुए. 1977 में उन्होंने इसे न्यू यॉर्क कॉस्मोस के साथ खेलने के लिए छोड़ा. लेकिन अब तक कभी उनके लिए टेस्टीमॉनियल मैच नहीं हुआ था.
इस मैच में असली जंग दोनों टीमों के गोलकीपरों के बीच हुई क्योंकि 90 मिनट के खेल में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई. इसके बाद पेनल्टी शूट आउट हुआ तो रियाल मैड्रिड के गोलकीपर लुई गाल ने तीन गोल रोकते हुए बाजी मार ली और अपनी टीम को 4-2 से जीत दिलाई. बायर्न म्यूनिख का गोलकीपर एक ही गोल रोक पाया.
मैच का पहला हाफ काफी गरमागरम रहा. यूरोप की दो दिग्गज टीमों के बीच खेले जा रहे इस मैच में मुकाबला कांटे का रहा और किसी एक को बेहतर बताना बेहद मुश्किल था. लेकिन बायर्न म्यूनिख का पलड़ा जरा सा भारी रहा. एक बार तो वह गोल करने के नजदीक भी पहुंच गया जब आठवें मिनट में ही उसे पेनल्टी मिली. लेकिन बायर्न के फॉरवर्ड्स इसका फायदा नहीं उठा पाए. रामोस ने कोशिश तो बहुत की लेकिन कैसिलास ने उनकी किक को शानदार तरीके से रोक लिया. इसके बाद भी दोनों टीमों के बीच रस्साकशी चलती रही, लेकिन गेंद को गोल में डालने में किसी को कामयाबी नहीं मिली.
मैच के 43वें मिनट में रियाल मैड्रिड को झटका लगा जब गैरे को चोट की वजह से मैदान छोड़ना पड़ा. दूसरे हाफ की शुरुआत बेहद तेज रही जब खदीरा एक गोल करने से मामूली फर्क से चूक गए. पूरा समय खत्म होने तक भी दोनों टीमें बिना कोई गोल किए बराबरी पर थीं.
मैच में फ्रांस के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी फ्रांक रिबेरी अपनी फिटनेस से जूझते दिखाई दिए. वह कुल 60 मिनट ही मैदान पर रहे. हफ्तेभर बाद ही जर्मनी की फुटबॉल लीग बुंडसलीगा शुरू होनी है. ऐसे में रिबेरी का पूरी तरह फिट न हो पाना फिक्र की बात है.
मैच के बाद रियाल के कोच होजे एम मोरिन्हो ने कहा कि मैच के नतीजे से ज्यादा जरूरी यह है कि हम बायर्न जैसे मुश्किल विरोधी के सामने खेले. उन्होंने कहा, "हमें बायर्न जैसे मुश्किल विरोधियों की जरूरत है. हमें सीजन से पहले ऐसे और मैच चाहिए. लेकिन आपने देखा कि अभी हमें और सुधार की जरूरत है."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन