फांसी का नया रिकॉर्ड
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 1989 के बाद से 2015 में सबसे ज्यादा लोगों को मौत की सजा दी गई है. 2014 के मुकाबले 50 प्रतिशत का इजाफा.
असली नंबर एक चीन
2015 में कुल 1634 लोगों को फांसी दी गई लेकिन इनमें चीन के आंकड़े शामिल नहीं है. वहां हजार से ज्यादा लोगों को फांसी दिए जाने का अनुमान है,
नंबर एक ईरान
एमनेस्टी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार फांसी की सजा पर अमल के मामले में ईरान लिस्ट में पहले नंबर पर है जहां 977 लोगों को मौत की सजा दी गई.
नंबर दो पाकिस्तान
पाकिस्तान एमनेस्टी की सूची में दूसरे नंबर पर है जहां आतंकवादी हमलों के बाद फांसी पर रोक हटा ली गई और 326 लोगों की फांसी की सजा की तामील हुई.
नंबर तीन सऊदी अरब
सऊदी अरब मौत की सजा देने वाले देशों की सूची में 158 फांसी के साथ तीसरे नंबर पर है. वहां इस साल एक ही दिन 50 से ज्यादा को फांसी दे दी गई.
नंबर चार अमेरिका
अमेरिका में इस साल मौत की सजा पाने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है लेकिन फिर भी 28 लोगों को सजा के तौर पर मौत की नींद सुला दिया गया.
नंबर पांच इराक
एमनेस्टी की सूची में पांचवे नंबर पर इराक है. गृहयुद्ध और आतंकवाद का सामना कर रहे इस देश में पिछले साल 26 लोगों को मौत की सजा दी गई.
नंबर छह सोमालिया
सोमालिया एमनेस्टी की मौत की सजा पाने वालों की अंतरराष्ट्रीय सूची में छठे स्थान पर है. वहां पिछले साल 25 लोगों को उनके अपराधों के लिए फांसी दी गई.
नंबर सात मिस्र
पूर्व राष्ट्रपति तक को फांसी की सजा सुनाने वाले मिस्र ने पिछले साल 22 लोगों को मौत की सजा दे दी. राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी का मामला अपील में है.
वो 102
दुनिया के 102 देशों ने मौत की सजा खत्म कर दी है. इनमें फिजी, मैडागास्कर, रिपब्लिक ऑफ कांगो और सूरीनाम भी हैं जिन्होंने यह कदम 2015 में उठाया.