प्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
५ नवम्बर २०१०दीवाली का यह प्यारा तोहफा, आपके जीवन में लाए खुशियां अपार.
लक्ष्मी बिराजे आपके द्वार, मनोकामना हमारी करें स्वीकार
मुकेश कुमार, वैशाली (बिहार)
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दीवाली भारतीय संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण पावन पर्व हैं. हर गांव, नगर और प्रांत में सभी लोग इस पर्व को मनाते हैं. हिंदू आस्था का प्रतीक माना जाने वाला दीवाली का त्योहार अन्य धर्मों में भी खास महत्व रखता है.
वो एक दीया, जिसने ललकारा है, अंधेरे को
वो एक दीया, जिसने हिम्मत की है, तेज़ आंधियों से लड़ने की
वो एक दीया, जो खुद जला है, औरों की रोशनी के लिए
वो एक दीया, जो प्रेरणा-स्रोत है, हर मद्धिम पड़ रहे दीये के लिए
दीवाली से दीवाली तक, आओ दीपावली मनाएं
तुमको शुभ हो मुझको शुभ हो, दीवाली हम सबको शुभ हो
आने वाला समय सुखद हो, कुछ भी कहीं न मित्र अशुभ हो
मां लक्ष्मी इस दीवाली पर, हर घर आंगन सुख ही सुख हो
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
है कहां वह आग, जो मुझको जलाए
है कहां वह ज्वाल मेरे पास आए
रागिनी, तुम आज दीपक राग गाओ
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
तुम नई आभा नहीं मुझमें भरोगी
नव विभा में स्नान तुम भी तो करोगी
आज तुम मुझको जगाकर जगमगाओ
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
मैं तपोमय ज्योति की, पर प्यास मुझको
है प्रणय की शक्ति पर विश्वास मुझको
स्नेह की दो बूंद भी तो तुम गिराओ
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
कल तिमिर को भेद मैं आगे बढूंगा,
कल प्रलय की आंधियों से मैं लडूंगा,
किंतु मुझको आज आंचल से बचाओ,
आज फिर से तुम बुझा दीपक जलाओ
रवि शंकर तिवारी, छात्र टीवी पत्रकारिता, जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (नई दिल्ली)
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इसके अलावा भी हमें कई लोगों ने दीवाली की शुभकामनाएं भेजी हैं, उनके नाम इस तरह हैं:
सचिन सेठी, उत्तम तिलक श्रोता संघ, करनाल (हरियाणा)
ननजी जनजानी
लाल किशन अमोली
पुनीत मीधा
प्रमोद महेश्वरी, शेखावटी (राजस्थान)
चुन्नीलाल कैवर्त (अध्यक्ष), ग्रीन पीस डी-एक्स क्लब सोनपुरी, बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
उमेश कुमार शर्मा, कैलाश नगर, नारनौल (हरियाणा)
अतुल कुमार, राजबाग रेडियो लिस्नर्स क्लब, सीतामढ़ी (बिहार)
डॉ. हेमन्त कुमार
संकलन: कवलजीत कौर
संपादनः ए कुमार