तिब्बत पर दलाई लामा के दूतों से बातचीत
१ जुलाई २००८निर्वासित तिब्बती सूत्रों के अनुसार बातचीत का सातवां चक्र चीनी राजधानी पेइचिंग में मंगलवार को शुरू हुआ. तीन महीने पहले तिब्बत में भड़की हिंसा के बाद वार्ता का यह दूसरा दौर है जिसमें लोदी ग्यारी और केलसांग ग्याल्त्सेन दलाई लामा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
ओलंपिक खेलों की शुरुआत से लगभग एक महीने पहले हो रही .ह वार्ता इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि ओलंपिक में विश्व के कई महत्वपूर्ण नेताओं का भाग लेना इसकी सफलता पर निर्भर करेगा.
विरोधियों को प्रताड़ित किए जाने का आरोप
दलाई लामा के कार्यालय ने एक दिन पहले कहा था कि बातचीत जटिल मौके पर हो रही है. तिब्बत से भागे कुंगसांग सोनम का कहना है कि जिसे पुलिस ने पकड़ लिया था उसे प्रताड़ित किया जा रहा है और जो नहीं पकड़ा गया वह आतंकित है.
तिब्बती सूत्रों का कहना कि दलाई लामा ने अपने दूतों से तिब्बतियों की स्थिति में ठोस सुधार के लिए सभी प्रयास करने की हिदायत दी है. बातचीत बुधवार तक चलेगी.
दलाई लामा के विरुद्ध अभियान
तिब्बत में चीन विरोधी प्रदर्शनों के ख़ूनी दमन के बाद अन्तरराष्ट्रीय दबाव में चीन ने दलाई लामा के साथ बातचीत तो शुरू की है, लेकिन उसने 14 मार्च को बौद्ध भिक्षुओं के नेतृत्व में तिब्बत में चीन विरोधी प्रदर्शन शुरू होने के बाद से ही दलाई लामा के ख़िलाफ़ अभियान चला रखा है.
चीन दलाई लामा को अलगाववादी कहता है और उसका कहना है कि हिंसा की रूपरेखा उन्होंने ही बनाई है. दलाई लामा का कहना है कि वे तिब्बत की स्वतंत्रता नहीं बल्कि स्वायत्तता चाहते हैं.
सारकोज़ी करेंगे अगले सप्ताह फ़ैसला
यूरोपीय संघ के नए अध्यक्ष फ़्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोज़ी ने धमकी दे रखी थी कि चीन और दलाई लामा के प्रतिनिधियों के बीच हो रही वार्ता में प्रगति होने से ही वे चीन जाएंगे. अब उन्होंने कहा है कि संघ के अध्यक्ष के रूप में उद्घाटन समारोह में भाग लेने के बारे में अगले सप्ताह तय करेंगे.
चीन ने तिब्बत के मुद्दे को घरेलू मुद्दा बताते हुए ओलंपिक के राजनीतिकरण का विरोध किया है. दलाई लामा को बहुत नरमपंथी बताने वाले तिब्बत युवा कांग्रेस के अध्यक्ष त्सेवांग रिगज़िन का कहना है कि चीन तिब्बत को चीन का हिस्सा दिखाने के लिए ओलंपिक खेलों का इस्तेमाल कर रहा है जो अस्वीकारणीय है.
अब चीन सरकार का प्रयास है कि तिब्बत विवाद का नुकसान ओलंपिक खेलों को न पहुँचे. दो दिवसीय बातचीत में उस पर किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने का दबाव है.