'कैप्टन कूल' धोनी की कूल पारी
'कैप्टन कूल' महेन्द्र सिंह धोनी ने सीमित ओवरों के क्रिकेट फॉर्मेट के कप्तान की जिम्मेदारी छोड़ने की घोषणा की है. देखिए भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान माने जाने वाले 35 साल के धोनी के करियर की कुछ उपलब्धियां.
नौ साल तक भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहने हुए धोनी ने टीम को कई ट्राफियां जिताईं. अब वह जनवरी के अंत में होने वाली इंग्लैंड सीरीज में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेलेंगे.
विकेटकीपर बैट्समैन महेन्द्र सिंह धोनी मूल रूप से झारखंड से हैं. यहां रांची शहर में 7 जुलाई, 1981 को उनका जन्म हुआ था.
'माही' के नाम से पुकारे जाने वाले इस क्रिकेटर ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ खेलकर अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. चेन्नई में खेले गए इस मुकाबले में बारिश से बाधा पड़ी थी, जहां धोनी ने 30 रन बनाए थे.
चेन्नई से शुरू करके धोनी ने भारत के लिए अब तक 90 टेस्ट मैच खेले हैं. इनमें उन्होंने करीब 38 के औसत से कुल 4,876 रन बटोरे, जिसमें छह शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं.
धोनी ने टेस्ट मैचों में अब तक बैट्समैन को कुल 256 बार कैच आउट और 38 बार स्टंप आउट किया. इसीलिए वे भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल विकेटकीपर माने जाते हैं.
विकेटकीपर बैट्समैन के रूप में एकदिवसीय मैचों (ODI) में उनकी शुरुआत बांग्लादेश के खिलाफ 2004 में हुई थी. पहली गेंद पर ही रन आउट हुए धोनी को शून्य के स्कोर पर जाना पड़ा था.
2007 में धोनी को राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया, जो कि भारत का सबसे बड़ा खेल सम्मान है.
अब तक धोनी ने 283 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 9,110 रनों का पहाड़ खड़ा किया. इस तरह उनकी स्ट्राइक रेट 88 से भी ज्यादा रही. ODI में धोनी ने 9 शतक और 61 अर्धशतक बनाए.
धोनी ने 73 ट्वेंटी20 इंटरनेशनल भी खेले हैं. उनकी कप्तानी में ही भारत ने 2007 में हुआ पहला ट्वेंटी20 विश्व कप जीता था.
अब तक धोनी ने 283 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 9,110 रनों का पहाड़ खड़ा किया. इस तरह उनकी स्ट्राइक रेट 88 से भी ज्यादा रही. ODI में धोनी ने 9 शतक और 61 अर्धशतक बनाए.
साल 2011 में धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 50-ओवर वाला विश्व कप जीता था. दिसंबर 2009 से लेकर 18 महीने तक भारतीय क्रिकेट टीम विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम बनी रही.
साल 2011 में धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 50-ओवर वाला विश्व कप जीता था. दिसंबर 2009 से लेकर 18 महीने तक भारतीय क्रिकेट टीम विश्व की नंबर एक टेस्ट टीम बनी रही.
धोनी ने कमाई के मामले में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को भी पीछे छोड़ दिया. निजता पसंद करने वाले धोनी सबसे ज्यादा कमाने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं. आरपी/ ओएसजे (रॉयटर्स)