इन युवा खिलाड़ियों पर रहेगी नजर
रूस में वर्ल्ड कप फुटबॉल शुरू हो चुका है, जिसमें दुनिया भर की 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं. लेकिन कुछ युवा खिलाडियों पर इस बार सबकी नजरें होंगी. चलिए डालते हैं नजर इन्हीं पर.
सरदार अजमून, ईरान
इस समय 23 साल के अजमून एशियाई फुटबॉल के बेहतरीन खिलाड़ियों में गिने जा सकते हैं. उन्होंने ईरान की तरफ से खेलते हुए 30 मैचों में 22 गोल दागे हैं. देखना है कि यह तेज तर्रार खिलाड़ी इस बार वर्ल्ड कप में क्या कमाल करता है.
गाब्रिएल जीजस, ब्राजील
ब्राजील को शायद अपना नया फुटबॉल स्टार मिल गया है. 21 साल के जीजस ने पिछले सीजन में मैनचेस्टर सिटी के लिए खेलते हुए 17 गोल किए और पांच गोल करने में मदद दी. अब उनके सामने वर्ल्ड फुटबॉल है और दुनिया की नजरें उन पर टिकी हैं.
रोद्रिगो बेटनकुर, उरुग्वे
उरुग्वे ने हाल के सालों में कई स्टार अटैकर और डिफेंडर पैदा किए हैं. लेकिन 21 साल के बेटनकुर मिडफील्डर हैं. पिछले सीजन में उन्होंने इटली के जुवेंटुस क्लब के लिए 27 मैच खेले हैं. इनमें पांच मैच चैंपियंस लीग के भी शामिल हैं.
जियोवानी लो सेल्सो, अर्जेंटीना
लो सेल्सो की उम्र 22 साल है और वह अर्जेंटीना के मिडफील्ड खेमे में दाखिल युवा खिलाड़ी हैं जहां पहले से लुकास बिगलिया और एवर बानेगा जैसे दिग्गज मौजूद हैं. इस युवा मिडफील्डर ने पिछले सीजन में पेरी सौं जर्मां के लिए 48 मैचों में 6 गोल किए और 7 गोलों के लिए पास दिया.
आंद्रेया जिवकोविच, सर्बिया
आंद्रेया की उम्र अभी सिर्फ 21 साल है लेकिन उनमें सर्बिया का बड़ा खिलाड़ी बनने का दम और जुनून साफ दिखता है. 5 फुट और 7 इंच के फॉरवर्ड आंद्रेया लिस्बन के बेनफिका क्लब के लिए खेलते हैं और पिछले सीजन में उन्होंने 30 मैचों में तीन गोल किए और सात गोलों में मदद की.
ह्वांग ही चान, दक्षिण कोरिया
ह्वांग की उम्र 22 साल है. ऑस्ट्रिया के क्लब रेड बुल साल्त्सबुर्ग को यूरोपा लीग के सेमीफाइनल में पहुंचाने में ह्वांग का खासा योगदान था. यही कारनामा अब वह अपनी राष्ट्रीय टीम दक्षिण कोरिया के भी करना चाहेंगे.
अलेक्सांदर गोलोविन, रूस
गोलोविन अपने देश के फुटबॉल प्रेमियों के बीच वर्ल्ड कप में खेलेंगे. वह रूस के केमेरोवो शहर के रहने वाले हैं और उम्र है 21 साल. वह सीएसकेएस मॉस्को टीम के नियमित सदस्य हैं. लेकिन रूस के कोच स्टानिस्लाव चेरचेसोव को राष्ट्रीय टीम में भी उनकी बेहद जरूरत है.
मारकस रशफोर्ट, इंग्लैंड
फ्रांस में यूरो 2016 के दौरान मारकस टीनएजर थे. लेकिन अब वह इंग्लैंड की टीम के अहम युवा सदस्य हैं, जिसके मैनेजर गारेथ साउथगेट हैं. लगातार दो सीजन इंग्लिश प्रीमियर लीग खेलने के बाद वह थके हुए हैं. इसलिए रूस में उनकी फिटनेस का इम्तिहान होगा.
हिरविंग लोजानो, मेक्सिको
लोजानो की उम्र 22 साल है और उन्होंने डच फर्स्ट लीग के पिछले सीजन में खूब धूम मचाई थी. पीएसवी आइंडहोवेन के लिए उन्होंने 17 गोल दागे और 11 गोल करने में मदद की. अब वर्ल्ड कप में उनकी राष्ट्रीय टीम को उनसे ऐसे ही करिश्मे की उम्मीद है, जिसे स्वीडन, जर्मनी और दक्षिण कोरिया से भिड़ना है.
क्लियान बापे, फ्रांस
19 साल के बापे एक उभरते हुए सुपरस्टार हैं. पिछले सीजन में पेरी सौं जर्मां के लिए खेलते हुए 21 गोल किए और 16 गोल करने में मदद दी. अब उनके पास मौका है कि अपनी राष्ट्रीय टीम फ्रांस के लिए भी ऐसा ही खेलें, जिसने आखिरी बार 1998 में वर्ल्ड कप जीता था.
मार्को असेंसियो, स्पेन
22 साल के असेंसियों स्पेन के उन चंद युवा खिलाड़ियों में शामिल हैं जो रियाल मैड्रिड का नियमित हिस्सा हैं. पिछले साल अंडर 21 यूरोपियन चैंपियनशिप में उनके नेतृत्व में टीम फाइनल तक पहुंची थी. अब वह वर्ल्ड कप में स्पेन की टीम के लिए बेहद अहम हैं.
टीमो वैर्नर, जर्मनी
वैर्नर तेज हैं, फुर्तीले हैं और राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनने वाले दूसरे जर्मन फॉरवर्डों से अलग हैं. 22 साल के वैर्नर इस सीजन में कम दिखे हैं. 2016-17 में भी वह नहीं खेले. लेकिन रूस में खेलने वाली जर्मन टीम में कोच योआखिम लोएव उन्हें जरूर रखना चाहेंगे.