इतिहास में आजः 26 अप्रैल
२५ अप्रैल २०१४26 अप्रैल 1986 को चेरनोबिल में परमाणु हादसा हुआ. उस वक्त चेरनोबिल, जो अब यूक्रेन में है, सोवियत रूस का हिस्सा हुआ करता था. 26 अप्रैल 1986 को परमाणु रिएक्टर में एक बड़ा धमाका हुआ जिससे पूरे वातावरण में रेडियोधर्मी कण फैल गए. उस वक्त हवा और बादलों की वजह से रेडियोधर्मी कण सोवियत रूस के पश्चिमी हिस्से और यूरोप तक में फैल गए.
चेरनोबिल दुनिया के सबसे खतरनाक परमाणु हादसों में गिना जाता है. हादसे के तुरंत बाद करीब 30 लोगों की मौत हुई लेकिन आसपास के रूसी, बेलारूसी और यूक्रेनी इलाकों से तीन लाख 50 हजार से ज्यादा लोगों को रेडियोधर्मी किरणों से बचाने के लिए दूर ले जाया गया. माना जाता है कि हादसे का सबसे ज्यादा नुकसान बेलारूस में हुआ. अब भी हजारों लोग रेडियोधर्मी किरणों से प्रभावित हैं.
माना जाता है कि चेरनोबिल की वजह से मरने वाले लोगों की संख्या 4000 तक जा सकती है. पीड़ितों को अकसर थाइरॉयड कैंसर या ल्यूकेमिया होता है. रूस, बेलारूस और यूक्रेन अब भी चेरनोबिल रिएक्टर की रेडियोधर्मी किरणों से लोगों के बचाने के लिए बहुत निवेश कर रहे हैं. चेरनोबिल के बाद फुकुशिमा परमाणु रिएक्टर की दुर्घटना सबसे खतरनाक परमाणु हादसा माना जाता है.