अमेरिकी घटनाक्रम 'बड़ा धक्का' है: जर्मन रक्षा मंत्री
९ नवम्बर २०१६जर्मनी की रक्षा मंत्री उरसुला फॉन डेअ लाएन ने यह बयान तब दिया जब रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप चुनाव नतीजों में बढ़त बनाए हुए थे. ट्रंप ने इस बढ़त को बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की और डेमोक्रैट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को 218 के मुकाबले 276 इलेक्टोरल वोटों से हराया.
जर्मन टीवी चैनल एआरडी से बातचीत में लाएन ने कहा, "मुझे लगता है कि ट्रंप इस बात को जानते हैं कि ये वोट उनके लिए नहीं है, बल्कि वॉशिंगटन के खिलाफ है, वहां के प्रतिष्ठान के खिलाफ है." नतीजे आने से पहले उन्होंने ट्रंप की बढ़त को एक बड़ा धक्का बताया था.
वहीं फ्रांस की दक्षिणपंथी नेता मारी ले पेन ने ट्रंप को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, "अमेरिका के नए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को बधाई और अमेरिकी लोगों को भी बधाई, मुक्त हुए."
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप को बधाई दी है. मोदी ने कहा कि वो ट्रंप के साथ मिलकर भारत-अमेरिकी रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप को जीत की बधाई देते हुए एक टेलीग्राम भेजा है. इसमें उम्मीद जताई गई है कि रूस-अमेरिकी संबंधों में तल्खी दूर होगी.
यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी फेडेरिका मोघेरिनी ने कहा है कि अमेरिका और यूरोपीय संघ के संबंध बहुत गहरे हैं और किसी भी तरह के राजनीतिक बदलाव से इन पर कोई असर नहीं होगा.
ये होंगी नए राष्ट्रपति की चुनौतियां
नाटो महासचिव यांस स्टोलेनबर्ग ने भी नए अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मिल कर काम करने की इच्छा जताई है. ट्रंप नाटो के बजट में पर्याप्य योगदान न देने के लिए कई सदस्य देशों की आलोचना कर चुके हैं.
अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति बराक ओबामा को खूब बुरा भला कहने वाले फिलीपींस के राष्ट्रपति रोद्रिगो डूटेर्टे ने डॉनल्ड ट्रंप को जीत पर बधाई संदेश भेजा है. हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने ट्रंप की जीत को अच्छी खबर बताते हुए कहा है कि इससे पता चलता है कि लोकतंत्र अभी जीवित है. फलस्तीनी प्राधिकरण के नेता महमूद अब्बास ने भी ट्रंप को बधाई देते हुए आशा जताई है कि उनके कार्यकाल में शांति कायम होगी.
एके/एमजे (रॉयटर्स)