तस्मानिया के बीच पर फंसी 230 व्हेलें
२१ सितम्बर २०२२ऑस्ट्रेलियाई प्रांत तस्मानिया के मैक्वायर हार्बर के पास एक बीच में फंसी करीब 230 व्हेलों में से अभी कई जिंदा हैं. मरीन कंजर्वेशन प्रोग्राम की एक टीम मौके पर पहुंची है और पायलट व्हेलों को बचाने में जुटी है. इसी जगह पर ठीक दो साल पहले भी 21 सितंबर 2020 में लंबे फिन वाली 470 पायलट व्हेलें फंसी थीं. उनमें से 111 को ही बचाया जा सका. ठीक उसी जगह पर फिर से बड़ी संख्या में ये विशाल समुद्री स्तनधारी कैसे अटक गए, ये सवाल हैरान कर रहा है.
दो साल पहले फंसी व्हेलों को बचाने में सालमन मछली पालने वाले लिंटन क्रिंगल ने अहम भूमिका निभाई. क्रिंगल कहते हैं कि इस बार मुश्किल ज्यादा बड़ी है, "पिछली बार वे हार्बर के पास थी. वहां पानी शांत था और हम अपनी नावों के जरिए उन तक पहुंच सकते हैं. लेकिन इस बीच तक आप नाव से नहीं पहुंच सकेते हैं पानी बहुत छिछला है, बहुत लहरदार है." क्रिंगल को लगता है कि इस बार व्हेलों को समंदर में पहुंचाने के लिए गाड़ियों की मदद लेनी पड़ेगी.
नहीं बचाई जा सकी नदी में फंसी बेलुगा व्हेल
न्यूजीलैंड के 'डेथ ट्रैप' में फिर फंसी व्हेलें
वाइल्डलाइफ साइंटिस्ट वेनेसा पिरोटा, समुद्री स्तनधारियों की विशेषज्ञ हैं. पिरोटा कहती है, "सच्चाई तो यही है कि हम एक जैसी प्रजातियों को उसी जगह पर, एक ही समय पर फंसते हुए देख रहे हैं. इस स्पॉट से हमें यहां के पर्यावरण के बारे में कुछ संकेत मिल सकते हैं."
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बीच से दूर रहें.
तस्मानिया राज्य के ही एक और तट पर सोमवार को 14 स्पर्म व्हेले फंसी हुई मिलीं. ग्रिफिथ यूनिवर्सिटी के मरीन साइंटिस्ट ओलाफ मेनेक को लगता है कि समुद्री जल का बढ़ता तापमान इसकी वजह हो सकता है. गर्म होते महासागरों में पानी को बहाने वाला धाराएं बदल रही हैं, हो सकता है कि इसकी वजह से व्हेलें नए इलाकों तक पहुंच रही हों.
मेनेक कहते हैं, "दूसरे इलाकों में दूसरे किस्म के आहार की खोज हो रही है. और जब वे ऐसा करती हैं, तो शारीरिक रूप से ये बहुत बढ़िया नहीं होता है क्योंकि वे भूखी हो सकती है और भोजन खोजने के लिए ज्यादा जोखिम उठा सकती हैं. इस दौरा वे तटों के करीब पहुंच सकती हैं."
ओएसजे/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)