मोटापा कम करने में कितनी कारगर है वीगोवी और ओजेंपिक दवा
४ अक्टूबर २०२४कोरोना महामारी के दौरान ही वीगोवी और ओजेंपिक आम लोगों के बीच काफी चर्चा में आ गए थे. तब से इन दवाओं ने वजन घटाने से जुड़े उद्योग में तूफान मचा दिया है. ध्यान देने वाली बात यह है कि दोनों उत्पाद एक ही दवा या इंग्रेडिएंट ‘सेमाग्लूटाइड' पर आधारित हैं, लेकिन वीगोवी और ओजेंपिक मूल रूप से अलग-अलग मामलों में इस्तेमाल के लिए बनाए गए थे.
ओजेंपिक को पहली बार 2017 में यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने ‘भोजन और व्यायाम के अलावा, टाइप 2 मधुमेह वाले वयस्कों में शुगर लेवल को कम करने वाली इंजेक्शन योग्य दवा' के तौर पर अनुमति दी थी.
उसी वर्ष वीगोवी को व्यस्कों और 12 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के ऐसे बच्चों के लिए अनुमति दी गई थी जिनका वजन काफी ज्यादा था या जो मोटापे से ग्रसित थे. सेमाग्लूटाइड को टैबलेट के रूप में भी लिया जा सकता है, जिसे राइबेलसस नाम से बेचा जाता है.
जब मशहूर हस्तियों ने घटाया वजन
तकनीकी क्षेत्र के दिग्गज से लेकर ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर मशहूर हस्तियों ने इस दवा का समर्थन किया है. इनमें ओपरा विनफ्रे, केली क्लार्कसन और एमी शूमर जैसे लोग शामिल हैं. टेस्ला के सीईओ इलॉन मस्क से जब किसी ने पूछा, "आप इतना तंदुरुस्त और स्वस्थ कैसे दिखते हैं? इसका क्या राज है?, तो उन्होंने अक्टूबर 2022 में एक ट्वीट किया कि वे वीगोवी ले रहे थे.”
मशहूर हस्तियों ने जब इन दवाओं का समर्थन किया, तो सामाजिक स्तर पर इसका काफी प्रभाव पड़ा है. हालांकि, इसका वित्तीय प्रभाव भी पड़ा है. यह खास तरह के इलाज के लिए दवा थी, लेकिन अब इसका प्रभाव काफी ज्यादा बढ़ गया है. यह फैशन कैटवॉक पर भी दिखने लगा है.
डेनमार्क की दवा कंपनी नोवो नॉर्डिस्क इस दवा के तीनों वर्जन बनाती और बेचती है. मई में इस कंपनी की वैल्यू 570 अरब डॉलर थी, जो डेनमार्क की पूरी अर्थव्यवस्था या जीडीपी से भी ज्यादा है.
सेमाग्लूटाइड कैसे काम करता है?
सेमाग्लूटाइड जीएलपी-1 नामक एक प्राकृतिक हार्मोन की नकल करके भूख को कम करता है. जीएलपी-1 हमारे खाने के बाद रिलीज होता है. यह मस्तिष्क में जाता है और संकेत देता है कि हमारा पेट भर चुका है. यह पाचन तंत्र में भी जाता है, जहां भोजन पचने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है.
सेमाग्लूटाइड अग्न्याशय को अधिक इंसुलिन बनाने में मदद करके ब्लड शुगर के लेवल को कम करता है. ओजेंपिक दवा इसी आधार पर असर करती है और इससे टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों का इलाज करने में मदद मिलती है, क्योंकि उनका शरीर अपनी जरूरत के हिसाब से इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है.
ब्रिटेन में स्थित किंग्स कॉलेज लंदन में फिजीशियन-डॉक्टर पेनी वार्ड ने कहा, "ओजेंपिक मधुमेह वाले लोगों के लिए हृदय संबंधी जटिलताओं के जोखिम को भी कम कर सकता है.” वार्ड ने ईमेल के माध्यम से डीडब्ल्यू को बताया, "जब वजन घटाने की दवा के रूप में वीगोवी का इस्तेमाल किया जाता है, तो उसे काफी ज्यादा मोटापे से जूझ रहे लोगों को आहार और व्यायाम के सप्लीमेंट के रूप में लेने का सुझाव दिया जाता है.”
क्लिनिकल ट्रायल में पता चला है कि वजन घटाने के इलाज के दौरान जिन लोगों ने वीगोवी का इस्तेमाल किया, उनका वजन 68 सप्ताह बाद 5 से 15 फीसदी तक कम हो गया. हालांकि, इस दवा को इस्तेमाल करने का सुझाव सिर्फ उन लोगों को दिया जाता है जिनका बॉडी मास इंडेक्स या बीएमआई 30 किग्रा/एम2 से अधिक है. इतना ज्यादा मोटापा किसी भी व्यक्ति के सेहत के लिए खतरा माना जाता है.
अगर किसी व्यक्ति का बीएमआई 25.0 और 29.9 किग्रा/एम2 के बीच है या उसका वजन सामान्य है, तो वैसे लोगों को वीगोवी का इस्तेमाल करने का सुझाव नहीं दिया जाता है.
खुद को फिट दिखाने के लिए नहीं है वीगोवी
वार्ड और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ चिंतित हैं कि कुछ लोग तुरंत वजन कम करने के लिए इस दवा का दुरुपयोग कर रहे हैं. वार्ड ने कहा कि वीगोवी ऐसी दवा नहीं है जिसे खुद को फिट दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
वीगोवी और ओजेंपिक से कई तरह के साइड इफेक्ट हो सकते हैं. जैसे, मतली, उल्टी, दर्द, थकान या किडनी के काम करने की क्षमता को नुकसान पहुंचना. ब्रिटेन के एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी में फिजियोलॉजिस्ट साइमन कॉर्क ने कहा कि अधिकांश लक्षण हल्के और थोड़े समय के लिए होते हैं. हालांकि, कुछ गंभीर दुष्परिणाम भी हो सकते हैं, जैसे कि पित्ताशय की पथरी और पैन्क्रियाटाइटिस.
वजन घटाने और दिल को सेहतमंद में मददगार है वीगन खाना
कई बार आंतों में रुकावट, गर्भावस्था संबंधी जटिलताएं और आंखों की रोशनी जाने जैसे दुर्लभ और गंभीर दुष्प्रभावों की रिपोर्टें भी मिली हैं. कॉर्क ने कहा कि ऐसा इसलिए हो सकता है, क्योंकि लोग ‘चिकित्सीय सीमाओं के बाहर, या तो लाइसेंस के बिना या अवैध तरीके से' खुराक लेते हैं.
वार्ड ने कहा, "साइड इफेक्ट का मतलब है कि सेमाग्लूटाइड दवाओं को काफी ज्यादा मोटापे से जूझ रहे लोगों को ही लेना चाहिए, जिन्हें हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा है और वह भी चिकित्सकों की निगरानी में.”
बढ़ रही है वजन घटाने वाली दवाओं की नकल
तुरंत वजन घटाने का दावा करने वाले नुस्खे पुराने समय से प्रचारित किए जा रहे हैं. वीगोवी और ओजेंपिक के लोकप्रिय होने के बाद वे और ज्यादा बढ़ गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि ऑनलाइन बाजार में वीगोवी और ओजेंपिक की तरह दिखने वाली नकली दवाएं भर गई हैं.
कुछ विक्रेता तो वीगोवी और ओजेंपिक के विकल्प के तौर पर, वजन घटाने की दवा के रूप में "प्राकृतिक" और "साइड-इफेक्ट मुक्त" दवा उपलब्ध कराने का वादा करते हैं. सेलिब्रेटी और कारोबारी कॉर्टनी कार्डेशियन भी इस ट्रेंड में शामिल हो गई हैं. उन्होंने अपने सप्लीमेंट ब्रांड लेम्मे के माध्यम से ‘जीएलपी-1 डेली' लॉन्च किया है. हालांकि, नाम के बावजूद सप्लीमेंट में प्राकृतिक या सिंथेटिक रूप में कोई जीएलपी-1 नहीं है और सप्लीमेंट हार्मोन की तरह काम नहीं करता है. कैप्सूल में नींबू, केसर और संतरे के खाने वाले अर्क होते हैं.
इसे ‘मेटाबोलिक हेल्थ के लिए एक नई खोज के रूप में प्रचारित किया जाता है, जो आपके शरीर में जीएलपी-1 के उत्पादन को स्वाभाविक रूप से बढ़ाने, भूख को कम करने और वजन घटाने के लिए तैयार किया गया है.' हालांकि, डीडब्ल्यू ने जिन विशेषज्ञों से संपर्क किया उन्हें संदेह था कि यह सप्लीमेंट काम करेगा. कॉर्क ने कहा कि उन्हें ‘कोई ठोस सबूत नहीं मिला' है. वहीं, वार्ड ने कहा कि उत्पाद के बारे में दावे ‘तथ्य के बजाय प्रचार' पर आधारित थे.
वार्ड ने कहा, "यह ध्यान रखना जरूरी है कि ‘ब्रांड एंबेसडर' को अक्सर किसी उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए भुगतान किया जाता है. कई दावे किए गए हैं, लेकिन नियम बनाने वाली संबंधित संस्था ने इनमें से किसी की भी समीक्षा नहीं की है और न ही अनुमति दी है. उत्पाद के बारे में जिन अध्ययन की जानकारी दी गई है वे बेहतर गुणवत्ता वाले नहीं हैं.”
उन्होंने आगे बताया, "सुरक्षा से जुड़ी बातों पर किसी तरीके की चर्चा नहीं की गई है. इसलिए यह जानना संभव नहीं है कि क्या इसे लेने से किसी तरह का दुष्प्रभाव हुआ है या नहीं. इसलिए, फिलहाल मैं किसी ऐसे रोगी को यह दवा लेने का सुझाव नहीं दूंगी जिसे ब्लड शुगर को कम रखना है या हृदय संबंधी जोखिम को कम करना है.”