आर्कटिक की जेल जहां नावाल्नी कैद हैं
यह रूस की बदनाम खार्प जेल है जहां राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक और प्रतिद्वन्द्वी माने जाने वाले ऐलेक्सी नावाल्नी बंद हैं. देखिए, कैसी है खार्प जेल.
रूस की खार्प जेल
रूस में एंटी करप्शन फाउंडेशन के संस्थापक 47 साल के ऐलेक्सी नावाल्नी को अदालत ने 19 साल की कैद दी है. उन्हें खार्प की आईके-3 जेल कॉलोनी में भेजा गया है.
आर्कटिक की भयानक सर्दी
खार्प रूस के यमालो-नेनेट्स क्षेत्र में मॉस्को से करीब 1,900 किलोमीटर दूर है. यह आर्कटिक में है जहां सर्दियों में तापमान -40 डिग्री होता है.
छह महीने रात
वैज्ञानिकों के मुताबिक साल के छह महीने इस इलाके में लगभग पूरी तरह रात रहती है और गर्मियों में मच्छर इतने ज्यादा होते हैं कि जीना मुहाल कर देते हैं.
700 जेलों में से एक
आईके-3 जेल रूस के लगभग 700 श्रम शिविरों में से एक है जिनमें 2,66,000 कैदी रहते हैं. हालांकि 2022 में कैदियों की संख्या 4,20,000 थी. यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद करीब एक लाख कैदियों को मोर्चे पर भेज दिया गया है.
सबसे खुली जेल
रूस में चार तरह की जेलें हैं. पहली, खुली जेलें जिनमें कैदी आजाद घूमते हैं. उसके बाद कैदियों की हिरासत की जगह छोटी होती जाती हैं. सबसे खतरनाक कैदियों को सींखचों के भीतर रखा जाता है.
गुलाग से तुलना
कई विशेषज्ञ खार्प को स्टालिन के दौर की गुलाग का ही एक रूप मानते हैं. गुलाग ऐसी बदनाम जेलें थीं जिनमें सोवियत युग में करीब दो करोड़ लोगों को भेजा गया. वे सबसे क्रूर श्रम शिविरों में माना जाता था.
1961 से
आईके-3 कॉलोनी को 1961 में शुरू किया गया था. इसे वहीं बनाया गया जहां 501वीं गुलाग होती थी. इसे पोलर वुल्फ यानी ध्रुवीय भेड़िया के नाम से भी जाना जाता है.