आधी सदी बाद चांद पर अमेरिका
आधी सदी बाद एक अमेरिकी यान आखिरकार चांद पर उतर गया है. ओडिसियस नाम के यान ने चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग की.
ओडिसियस चांद पर
लगभग 55 साल बाद अमेरिका का एक यान चांद पर दोबारा उतरा है. टेक्सस स्थित एक निजी कंपनी इंट्यूटिव मशीन्स का अंतरिक्ष यान चांद पर उतर गया.
छह टांगों वाला ओडिसियस
ओडिसियस एक छह टांगों वाला रोबोट लैंडर है जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर मैलपर्ट नाम के एक क्रेटर के पास उतरा है. एक हफ्ते पहले इसे फ्लोरिडा से छोड़ा गया था.
1972 के बाद
अमेरिका ने पिछली बार 1972 में चांद को छुआ था जब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का यान अपोलो 17 चांद पर गया था. वह एक मानव मिशन था जिस पर दो अंतरिक्ष यात्री जीन सर्नन और हैरिसन श्मिट सवार थे.
सिर्फ पांच देश
अब तक सिर्फ पांच देश चांद पर अपना यान उतारने में कामयाब हुए हैं. इनमें अमेरिका के अलावा रूस, चीन, भारत और जापान शामिल हैं. जापान का यान पिछले हफ्ते ही चांद पर पहुंचा है.
सात दिन का काम
ओडिसियस अपने साथ कई तरह के उपकरण लेकर गया है, जिनके जरिए नासा और अन्य निजी कंपनियां वैज्ञानिक प्रयोग करेंगी. यह सात दिन तक सौर ऊर्जा पर काम करने के लिए बनाया गया है.
इंसान के लिए रास्ता
नासा चांद पर मानव बेस बनाने की कोशिश कर रही है, ताकि वहां से बाह्य अंतरिक्ष की गहराइयों को खोजा जा सके. इस मिशन की कामयाबी के बाद अब नासा अगले साल मानव मिशन को चांद पर भेजने की कोशिश करेगी.