क्यूबा के संकटग्रस्त मगरमच्छों को बचाने की रेस
क्यूबा के मगरमच्छ दुनिया के सबसे ज्यादा लुप्तप्राय प्रजातियों में से हैं. उन्हें बचाने की कोशिश करने वाले वैज्ञानिक प्राकृतिक वास के नष्ट होने, जलवायु परिवर्तन और अवैध शिकार से एक साथ जूझ रहे हैं.
विपरीत परिस्थितियों में जीवन
हवाना से 150 किलोमीटर दक्षिणपूर्व की तरफ जपाटा दलदल में अंडे में से निकलता एक नवजात क्यूबन मगरमच्छ. यह प्रजाति कभी क्यूबा और आस पास के द्वीपों में दूर दूर तक फैली हुई थी, लेकिन वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अब सिर्फ करीब 4,000 मगरमच्छ बाकी रह गए हैं. इनका प्राकृतिक आवास दलदल के एक छोटे से इलाके और पास के द्वीप आइल ऑफ यूथ में सिमट कर गया है.
बड़ी जंग, छोटी जीत
जीवविज्ञानी एतियम पेरेज जपाटा दलदल में खुले में एक युवा मगरमच्छ को छोड़ रहे हैं. इन मगरमच्छों की आबादी पर प्राकृतिक वास के नष्ट होने के साथ साथ अवैध शिकार, जलवायु परिवर्तन और अमेरिकी मगरमच्छों के साथ संकरण का भी असर पड़ा है.
एक नाजुक संतुलन
एतियम पेरेज जपाटा दलदल में छोड़े गए मगरमच्छों का पर्यवेक्षण कर रहे हैं. यह विशाल दलदली भूमि संरक्षित है लेकिन जरूरी नहीं कि इस प्रजाति को बचाने के लिए इतना पर्याप्त हो. ये मगरमच्छ इस दलदल के अंदर भी एक तुलनात्मक रूप से छोटे इलाके में रहते हैं और कोई भी प्राकृतिक आपदा इनमें से अधिकांश को एक झटके में खत्म कर सकती है.
मुट्ठी भर उम्मीद
जलवायु परिवर्तन नवजात मगरमच्छों के लिंग पर भी असर डाल रहा है. सरीसृपों के लिंग पर तापमान का असर पड़ता है. तापमान बढ़ने से मादा के मुकाबले ज्यादा नर मगरमच्छ पैदा होते हैं, जिससे प्रजाति का आगे बढ़ना खतरे में पड़ जाता है. ये अभी अभी अंडों से निकले नवजात हैं जिन्हें जल्द दलदल में छोड़ दिया जाएगा.
सरकार की मदद से एक कोशिश
क्यूबा के शोधकर्ताओं ने इन मगरमच्छों को बचाने का बीड़ा उठाया है और सरकार द्वारा वित्त-पोषित एक कार्यक्रम के तहत इनका प्रजनन कराया जा रहा है और फिर इन्हें छोड़ दिया जा रहा है. पेरेज ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "इस कार्यक्रम के तहत हम क्यूबा के मगरमच्छों की ऐतिहासिक रेंज को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं और साथ ही खुले में इनकी संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं."
मगरमच्छ का मांस
कड़े प्रतिबंधों के बावजूद कई मगरमच्छों का अंत बारबेक्यू पर होता है. क्यूबा में रेस्तराओं को सिर्फ उन्हीं मगरमच्छों का मांस परोसने की अनुमति है जिनका अमेरिकी मगरमच्छों से संकरण हुआ हो या जिनमें कोई शारीरिक अभाव हो. लेकिन मगरमच्छ के मांस का एक अवैध बाजार भी है.
भोजन बनने से बचाए गए
पेरेज जैसे शोधकर्ता अवैध रूप से पकड़े गए मगरमच्छों को आजाद भी कराते हैं. इन बच्चों को तस्करों से बचाया गया है. इन्हें भी जपाटा दलदल में छोड़ दिया जाएगा जहां इनके फलने-फूलने की उम्मीद है.
छोटे बच्चों से लेकर खौफनाक पशु तक
पशुचिकित्सक गुस्तावो सोसा जपाटा दलदल के पास पर्यटकों को अभी अभी अंडों से निकले मगरमच्छ दिखा रहे हैं. ये जब छोटे होते हैं तो बहुत प्यारे दिखाई देते हैं लेकिन जल्द ही खूंखार और भयभीत करने वाले परभक्षियों का रूप ले लेते हैं. ये वयस्क होने पर 11.5 फुट तक लंबे हो सकते हैं.
जिज्ञासु प्रवृत्ति
ये छोटा मगरमच्छ भले ही शांत दिखाई दे रहा हो लेकिन इन्हें विशेष रूप से लड़ाकू और ढीठ सरीसृपों के रूप में जाना जाता है. इन्हें इंसानों से डर भी नहीं लगता. सोसा ने रॉयटर्स को बताया, "यह बड़े जिज्ञासु होते हैं. आप खुले में किसी क्यूबन मगरमच्छ को देखते ही पहचान लेंगे क्योंकि ये आपके पास आ जाते हैं." (नेले जेंश)