तमिलनाडु के शोला जंगल में रहने वाली पलियन जनजाति के लोग अब भी अपने पारंपरिक तरीके से शहद निकालते हैं. वो मधुमक्खियों के डंक से बचने के लिए भी एक सदियों पुराना तरीका आजमाते हैं. साथ ही, ये भी ध्यान रखते हैं कि छत्ते से शहद निकालते समय मधुमक्खियों को चोट ना पहुंचे.