जहां एक साथ 55,000 बेलुगा व्हेल पहुंच जाती हैं
उत्तरी कनाडा के हडसन बे में हर साल हजारों बेलुगा व्हेल बच्चों को जन्म देने के लिए पहुंच जाती हैं. लेकिन अब जलवायु परिवर्तन उनके प्राकृतिक वास को प्रभावित कर रहा है.
बर्फ के पिघलते ही
नवंबर से जून के बीच सात महीनों से भी ज्यादा समय के लिए उत्तरी कनाडा के हडसन बे पर बर्फ जमी रहती है. लेकिन हर साल जैसे ही समुद्री बर्फ पिघलती है, करीब 55,000 बेलुगा व्हेल बच्चों को जन्म देने आर्कटिक से वहां चली जाती हैं. कारण है वहां का तुलनात्मक रूप से ज्यादा गर्म तापमान. बे की व्हेल की आबादी दुनिया में सबसे बड़ी आबादी है.
मिलिए एक बेलुगा व्हेल परिवार से
बेलुगा व्हेलों के बच्चे दो सालों तक अपनी मां पर निर्भर रहते हैं. माएं उन्हें ज्यादातर ग्रीनलैंड, उत्तरी कनाडा, उत्तरी नॉर्वे और उत्तरी रूस के इर्द गिर्द फैले बर्फीले पानी में पालती हैं. बच्चे अमूमन स्लेटी रंग के होते हैं और व्यस्क सफेद. व्यस्क 20 फुट तक लंबे हो सकते हैं और 40 से 60 सालों तक जिंदा रहते हैं.
पर्यटकों के लिए आकर्षण
ये खेलना पसंद करती हैं और और इनके चेहरे पर बच्चों के जैसी मुस्कान होती है. पानी से गुजरती हुई यह इंसानों के पास बड़ी जिज्ञासा से आती हैं. आपस में से ध्वनियों की अद्भुत भाषा में बात करती हैं और यह भाषा खास उन्हें देखने के लिए कनाडा आने वाले पर्यटकों के लिए बड़े अचंभे की चीज है.
समुद्र की कैनरी चिड़िया
बेलुगा व्हेलें 50 तक अलग अलग ध्वनियां निकाल सकती हैं, जिनमें तरह तरह की सीटियां, क्लिक, कलरव और किलकारियां शामिल हैं. इस वजह से इन्हें "समुद्र की कैनरी चिड़िया" भी कहा जाता है. रेनकोस्ट संरक्षण फाउंडेशन की शोधकर्ता वलेरिया वेरगारा ने एएफपी समाचार एजेंसी को बताया, "बेलुगा ध्वनि-केंद्रित जीव हैं और उनके लिए ध्वनि वैसा ही है जैसा हमारे लिए दृष्टि."
सहजीवी रिश्ता
गर्मियों के वो महीने जिनमें ये व्हेलें आर्कटिक से दक्षिण की तरफ आती हैं उन्हें इनुइट लोग "द ग्रेट माइग्रेशन" कहते हैं. बेलुगा व्हेलें कनाडा के मूल निवासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, सांस्कृतिक रूप से और भोजन के स्रोत के रूप में भी. चर्चिल शहर का यह म्यूरल इंसानों और वन्य जीवों के बीच के रिश्ते को सम्मान देता है.
लुप्तप्राय वन्य जीव
हडसन बे में बेलुगा को शिकार करने वाली ओर्का से तो सुरक्षा मिल जाती है, लेकिन वहां दूसरे खतरे हैं, जैसे शिकारी ध्रुवीय भालू. हालांकि पशु शोधकर्ताओं और संरक्षणकर्ताओं को एक ऐसी समस्या में ज्यादा दिलचस्पी है जो इंसानों की बनाई हुई है. वो है जलवायु परिवर्तन की वजह से समुद्री बर्फ का कम होना. इससे स्थानीय वन्य-जीवों को काफी खतरा है.
चिंताजनक स्थिति
इंसानी गतिविधियों ने इन व्हेलों के लिए दूसरे खतरे भी खड़े कर दिए हैं. 12 लाख किलोमीटर वर्ग से भी ज्यादा इलाके में फैला हडसन बे यूं तो विशालकाय है लेकिन इसका विषैले पदार्थों से दूषण बढ़ता जा रहा है. इसका बेलुगा व्हेलों पर भी असर पड़ रहा है. व्हेलों में कैंसर और चर्म रोगों का होना बढ़ता जा रहा है. (नेले जेंश)