प्रकृति और पर्यावरणभारतगर्मी से संतरे ही नहीं, किसानों का मन भी सूख रहा हैTo view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 videoप्रकृति और पर्यावरणभारत09.08.2022९ अगस्त २०२२जिन किसानों की सारी जिंदगी और रोजी-रोटी मौसम के इर्द-गिर्द घूमती है, उनका मौसम ने ऐसा हाल कर दिया है.https://p.dw.com/p/4CxyGविज्ञापन