रूस के इन मैदानों पर होगा फुटबॉल का महाकुंभ
रूस 2018 में वर्ल्ड कप फुटबॉल की मेजबानी करेगा. कुल 11 शहरों में 12 अलग अलग स्टेडियमों में इस तेज तर्रार खेल का रोमांच लोगों के सिर चढ़ कर बोलेगा. एक नजर इन्हीं स्टेडियमों पर.
लुजनिकी स्टेडियम, मॉस्को
रूस की राजधानी मॉस्को में 1.2 करोड़ लोग रहते हैं. यह ऐतिहासिक शहर वर्ल्ड कप के कुल 12 मैचों की मेजबानी करेगा. मॉस्को के लुजनिकी स्टेडियम में फाइनल समेत सात मुकाबले होंगे, वहीं स्पार्टाक स्टेडियम में कुल पांच मैच खेले जाएंगे.
सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम
सेंट पीटर्सबर्ग के वर्ल्ड कप स्टेडियम को बनने में लगभग दस साल लग गए. यह स्टेडियम एक क्वार्टर फाइनल समेत सात मैचों की मेजबानी करेगा. सेंट पीटर्सबर्ग को जार पीटर द ग्रेट ने 1703 में बसाया था. मौजूदा रूस में इसे कला और संस्कृति का केंद्र माना जाता है.
कजान एरेना
कजान एरेना 2013 में तैयार हुआ और यहां समर यूनिवर्सियाड का उद्घाटन और समापन समारोह हुआ था. इस स्टेडियम में एक क्वार्टर फाइनल समेत छह मुकाबले होंगे. मॉस्को से 700 किलोमीटर दूर स्थित यह शहर हाल में 2015 वर्ल्ड एक्वाटिक चैंपियनशिप और 2017 कनफेडेरेशंस कप जैसे कई अहम आयोजनों का मेजबान रहा है.
फिश्ट स्टेडियम, सोची
सोची ओलंपिक पार्क में स्थित फिश्ट स्टेडियम ने 2014 के विंटर ओलंपिक खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह की मेजबानी की थी. बाद में इसे फुटबॉल स्टेडियम में बदल दिया गया. यहां वर्ल्ड कप के एक क्वार्टर फाइनल समेत छह मुकाबले होंगे. काले सागर के तट पर बसा सोची एक मशहूर रिजॉर्ट शहर है.
स्पार्टक स्टेडियम
कंफेडरेशंस कप के लिए इस स्टेडियम को इस्तेमाल किया गया था और यहां 45 हजार लोग बैठ सकते हैं. यह स्टेडियम रूस के एक नामी फुटबॉल क्लब स्पार्टक का होमग्राउंड है. वर्ल्ड कप के दौरान इस मैदान पर ग्रुप स्टेज दौर के चार मैचों के अलावा पहला नॉकआउट स्टेज मैच भी होगा.
निज्नी नोव्गोरोद स्टेडियम
निज्नी नोव्गोरोद में हाल ही में बने स्टेडियम में 45 हजार लोग बैठ सकते हैं. यहां पर एक क्वार्टर फाइनल समेत वर्ल्ड कप के कुल छह मैच होंगे. निज्नी नोव्गोरोद मॉस्को से 400 किलोमीटर दूर पूर्व में बसा है. वोल्गा और ओका नदियों का यहां संगम होता है. आबादी के लिहाज से यह रूस का पांचवां सबसे बड़ा शहर है.
कालिनिनग्राद स्टेडियम
35 हजार दर्शकों की क्षमता वाला यह स्टेडियम कालिनिनग्राद के बीचोंबीच एक द्वीप पर स्थित है. इस स्टेडियम में चार मैच होंगे. पोलैंड और लिथुआनिया से घिरा कालिनिनग्राद कभी इसके जर्मन नाम कोएनिग्सबुर्ग के नाम से जाना जाता था. दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद से यहां रूस का नियंत्रण है.
वोल्गोग्राद एरेना, वोल्गोग्राद
जिस जमीन पर वोल्गोग्राद एरेना बना है, वहां दूसरे विश्व युद्ध के दौरान कुछ सबसे भयानक लड़ाइयां हुई थीं. 45 हजार दर्शकों की क्षमता वाला यह स्टेडियम चार मैचों की मेजबानी करेगा. वोल्गोग्राद को पहले स्टालिनग्राद कहा जाता था और यहां नाजी जर्मनी के सैनिकों को रोकने वाले सोवियत सैनिकों की याद में एक विशाल स्मारक है.
रोस्तोव एरेना
डॉन नदी के बायें किनारे पर बसा रोस्तोव एरेना पांच मैचों की मेबजानी करेगा. यहां 45 हजार दर्शक स्टेडियम में बैठकर मैचों का लुत्फ ले सकते हैं. लगभग दस लाख की आबादी वाला रोस्तोव ऑन डॉन शहर यूक्रेन की सीमा के पास स्थित है और अहम बंदरगाह शहर है.
एकातेरिनबुर्ग एरेना, एकातेरिनबुर्ग
एकातेरिनबुर्ग एरेना को 1950 के दशक में बनाया गया था. लेकिन वर्ल्ड कप फुटबॉल के चार मैचों की मेजबानी के लिए बड़े पैमाने पर इसकी मरम्मत हुई है. यह शहर उराल पर्वतों के पूर्वी ढलान पर जहां स्थित है वहां यूरोप और एशिया का मिलन होता है. यह वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाला रूस का सबसे पूर्वी शहर है.
समारा एरेना
समारा में वर्ल्ड कप के आयोजन स्थल पर चार मैच होंगे. हालांकि इसे वर्ल्ड कप के लिए तैयार करने में काफी विलंब हुआ. समारा मॉस्को से 850 किलोमीटर दूर दक्षिणीपूर्व दिशा में स्थित है और यह वोल्गा नदी पर आर्थिक और यातायात की दृष्टि से एक बड़ा केंद्र है.
मोरदीविया, एरेना
रूस में वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाले शहरों में सारांस्क सबसे छोटा है. वहां बना नया नवेला स्टेडियम चार मैचों की मेजबानी करेगा. सारांस्क रूस के मोरदीविया क्षेत्र की राजधानी है और यह मॉस्को से दक्षिणपूर्व में 500 किलोमीटर दूर स्थित है. इस शहर ने दुनिया को कई मशहूर रेसवॉकर दिये हैं.