यूक्रेन में रूस से लड़ेगा, रूसी मिसाइल डिफेंस सिस्टम एस-300
८ अप्रैल २०२२स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री एडुआर्ड हेगर ने यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को इस फैसले की जानकारी शुक्रवार को एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी. पोस्ट में स्लोवाकिया के पीएम ने लिखा, "मैं कंफर्म कर सकता हूं कि स्लोवाक रिपब्लिक ने यूक्रेन की मदद की गुजारिश पर यूक्रेन को एस-300 एयर डिफेंस सिस्टम डोनेट किया है."
पोस्ट में आगे हेगर ने लिखा, "सिस्टम के डोनेशन का यह मतलब नहीं है कि स्लोवाक रिपब्लिक यूक्रेन में छिड़े सशस्त्र संघर्ष का हिस्सा बन गया है." यूक्रेन के साथ स्लोवाकिया की सीमा करीब 97 किलोमीटर लंबी है. यूक्रेन में 24 फरवरी को रूसी सेना के हमले के बाद से बड़ी संख्या में यूक्रेनी नागरिक भागकर स्लोवाकिया में भी शरण ले रहे हैं. सबसे ज्यादा शरणार्थी अब तक पोलैंड आए हैं. हंगरी और मोल्डोवा भी यूक्रेन से भाग रहे लोगों को पनाह दे रहे हैं.
स्लोवाकिया में यूक्रेन को एस-300 मिसाइल डिफेंस सिस्टम देने की चर्चा पहले भी हो रही थी. तब रूस ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि स्लोवाकिया ऐसा करने की न सोचे. रूस की चेतावनी के बाद स्लोवाकिया ने कहा था कि अगर नाटो के सहयोगी उसे सुरक्षा कवर देंगे तो वह यूक्रेन को एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम दे सकता है. नाटो के सदस्य देश स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री ने लिखा, "आने वाले दिनों में हमारे सहयोगी हमें अतिरिक्त मिसाइल डिफेंस सिस्टम देकर मजबूत करेंगे."
एस-300 एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल डिफेंस सिस्टम सोवियत संघ के समय में बनाया गया हथियार है. यह सिस्टम सटीक गाइडेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर दुश्मन के लड़ाकू विमानों और मिसाइलों को तबाह करता है.
यूक्रेन के शहर बूचा से आ रही जनसंहार की खबरों के बीच स्लोवाकियाई पीएम ने कहा कि यह सिस्टम "यूक्रेन और उसके मासूम नागरिकों के लिए है, उम्मीद है कि यह सिस्टम ज्यादा से ज्यादा मासूम यूक्रेनियों की जान बचा सकेगा."
बूचा के बाद अब क्रामातोर्स्क
पूर्वी यूक्रेन के क्रामातोर्स्क शहर के रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सुबह रॉकेट हमला हुआ. स्टेशन पर शहर छोड़ने के लिए पहुंचे सैकड़ों लोग मौजूद थे. यूक्रेन के अधिकारियों के मुताबिक रॉकेट हमले में कम से कम 50 लोग मारे गए हैं. रेलवे स्टेशन पर मौजूद नतालिया ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "मैंने दो धमाके सुने. मैं बचने के लिए दीवार की तरफ भागी. रेलवे स्टेशन का फर्श पर खून से लथपथ लोग और शव बिखरे पड़े थे."
यूक्रेन के अधिकारियों का दावा है कि रॉकेट हमले के वक्त स्टेशन पर करीब 4000 आम नागरिक मौजूद थे. इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी थे. सफाई के दौरान रेलवे स्टेशन पर कहीं बच्चों के खिलौने बिखरे थे तो कहीं महिलाओं के स्कॉर्फ और सूटकेस.
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक धमाके के फौरन बाद जब वे लोगों को संभाल रहे थे, तभी एक फोन बजा. पुलिस अधिकारी ने फोन उठाया तो दूसरी तरफ से एक महिला ने पूछा, "मैं अपनी पति को खोज रही हूं. वह यहीं थें. अब उनसे बात नहीं हो पा रही है."
ओएसजे/एडी (एएफपी, रॉयटर्स)