हिन्दी फिल्मों से हमने यही सीखा है कि हीरोइन को पीने के बाद ऐसी चढ़ती है कि सुबह उठ कर उसे कुछ भी याद नहीं रहता है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसने क्या पी और कितनी. बस, सुबह उठे और यादाश्त गायब. क्या सच में पीने के बाद ऐसा होता है? और जिन लोगों को होता है, उनके साथ ऐसा क्यों होता है? समझिए, शराब की वजह से होने वाले ब्लैकआउट में दिमाग के अंदर क्या सब चलता है?
सेहत से जुड़ी वो बातें जिन पर अकसर खुल कर बात नहीं होती. पीरियड्स से ले कर प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग से मेनोपॉज तक, समझिए सेहत से जुड़े हर पहलु को, ईशा के साथ.