पिछले सालों में कॉस्मेटिक सर्जरी की मांग खूब बढ़ी है. जिसके पास सर्जरी कराने के पैसे ना हों, उसके पास मेकअप और कपड़ों का विकल्प तो है ही. जिस देश में खूबसूरती की जो परिभाषा होती है, कंपनियां उस हिसाब से अपने प्रोडक्ट बदल लेती हैं. जैसे पश्चिमी देशों में जहां लोग जन्म से गोरे होते हैं, उन्हें ब्राउन स्किन का शौक होता है. इसके उलट भारत और आसपास के देशों में गोरा होना ही सुंदर होना कहलाता है.
सेहत से जुड़ी वो बातें जिन पर अकसर खुल कर बात नहीं होती. पीरियड्स से ले कर प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग से मेनोपॉज तक, समझिए सेहत से जुड़े हर पहलु को, ईशा के साथ.