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दूसरे चरण का मतदान: हावी हुआ धर्म का मुद्दा

२५ अप्रैल २०२४

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 88 सीटों पर शुक्रवार को मतदान होगा. लेकिन इस चरण में धर्म का मुद्दा सबसे आगे हो गया है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीतस्वीर: Imtiyaz Khan/AA/picture alliance

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को केरल की 20, कर्नाटक की 28 में से 14, राजस्थान में 13, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में आठ-आठ, मध्य प्रदेश में सात, असम और बिहार में पांच-पांच, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में तीन-तीन और त्रिपुरा व जम्मू-कश्मीर में एक-एक सीट पर वोट डाले जाएंगे.

लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग हुई थी और करीब 65.5 प्रतिशत मतदान हुआ था.

सियासी तापमान बढ़ा

दूसरे चरण के प्रचार के दौरान बाकी सब मुद्दे को पीछे छोड़ते हुए बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उस पर "तुष्टिकरण" करने का आरोप लगा दिया. 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि कांग्रेस की सरकार आई तो वो लोगों की संपत्तियां लेकर ज्यादा "बच्चे पैदा करने वालों" और "घुसपैठियों" को बांट देगी.

मोदी ने कहा था, "पहले जब इनकी सरकार थी तब उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है. इसका मतलब है कि ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बाटेंगे? जिनके ज्यादा बच्चे हैं. घुसपैठियों को बांटेंगे, क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंजूर है ये?"

मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस लोगों की संपत्ति का सर्वे करेगी और उसे लोगों में बांट देगी.

उन्होंने कहा, "आपको पता होगा कि उन्होंने मेनिफेस्टो में लिखा है कि आपकी संपत्ति का सर्वे करेंगे. हमारी माता-बहनों के पास जो स्त्री धन होता है, जो मंगलसूत्र होता है, उसका सर्वे करेंगे."

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भी मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "मैं देशवासियों को आगाह करना चाहता हूं कि कांग्रेस और उसके गठबंधन की नजर अब आपकी कमाई और संपत्ति पर है. कांग्रेस का कहना है कि उनकी सरकार आई तो कौन कितना कमाता है, किसके पास कितनी संपत्ति है, उसकी जांच करेंगे. वह कहते हैं कि यह जो संपत्ति है उसको सरकार अपने कब्जे में लेकर सबको बांट देगी. यह उनका चुनाव घोषणा-पत्र कह रहा है."

मोदी के बयान पर क्या बोले पार्टी के इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार

कांग्रेस की शिकायत

इस बीच कांग्रेस ने मोदी के बांसवाड़ा में दिए भाषण की शिकायत चुनाव आयोग से की है. सोमवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग गया था और उसने कहा था कि मोदी ने ऐसी टिप्पणी करके न सिर्फ आचार संहिता का उल्लंघन किया है, बल्कि चुनाव आयोग के दिशानिर्देश का भी उल्लंघन किया है.

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी हर बात पर झूठ बोलते हैं और अब कांग्रेस के घोषणा पत्र पर झूठ फैला रहे हैं."

कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं
कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैंतस्वीर: Subrata Goswami/DW

मोदी को प्रियंका का जवाब

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी के महिलाओं के मंगलसूत्र वाले बयान पर तीखा पलटवार किया. प्रियंका ने कहा उनकी मां (सोनिया गांधी) का मंगलसूत्र देश के लिए कुर्बान हुआ है. प्रियंका ने बेंगलुरू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "पिछले 70 सालों से यह देश स्वतंत्र है, 55 सालों के लिए कांग्रेस की सरकार रही तब क्या किसी ने आपका सोना छीना और आपके मंगलसूत्र छीने. इंदिरा गांधी ने जब जंग हुई, अपना सोना इस देश को दिया. मेरी मां का मंगलसूत्र इस देश के लिए कुर्बान हुआ है."

इससे पहले पीएम मोदी ने 9 अप्रैल की एक रैली में इंडिया गठबंधन पर जमकर हमला बोला था और कहा था कि पार्टी ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में हिस्सा नहीं लिया. ऐसे करके उन्होंने भगवान राम का अपमान किया था.

इसके एक दिन बाद सुप्रीम कोर्ट के वकील आनंद एस जोनदाले ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी. उनका आरोप था कि मोदी ने ऐसा करके चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है.

गुरुवार को चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान सार्वजनिक भाषणों के जरिए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने के खिलाफ अलग-अलग शिकायतों पर दोनों पार्टियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. 

बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने एक दूसरे पर धर्म, जाति, समुदाय और भाषा के आधार पर नफरत और विभाजन पैदा करने के आरोप लगाए थे. चुनाव आयोग ने मोदी की विभिन्न चुनावी रैलियों में उनकी टिप्पणियों के खिलाफ कांग्रेस और सीपीएम की ओर से दर्ज कराई गई शिकायतों पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने कांग्रेस और बीजेपी को 29 अप्रैल तक जवाब देने का निर्देश जारी किया है.