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रोहिंग्या कार्यकर्ता: 'हम बाहर हैं क्योंकि हम मुस्लिम हैं'

२० सितम्बर २०१७

जर्मनी के रोहिंग्या कार्यकर्ता नय सॉन लविन सोचते हैं कि म्यांमार में धर्म के कारण उनके समुदाय से भेदभाव किया गया है. म्यांमार के अधिकारियों ने 2011 में उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया था.

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Deutschland Nay San Lwin
तस्वीर: DW/A. Islam

कौन हैं रोहिंग्या मुसलमान

म्यांमार के पश्चिमी रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों की आबादी लगभग दस लाख है. लेकिन उनकी जिंदगी प्रताड़ना, भेदभाव, बेबसी और मुफलिसी से ज्यादा कुछ नहीं है. आइए जानते हैं, कौन हैं रोहिंग्या लोग.