मौत के 128 साल बाद दफनाया गया स्टोनमैन विली
९ अक्टूबर २०२३करीब एक शताब्दी से ज्यादा रहस्यमय मकबरे के साथ रहने के बाद ममी में तब्दील इस शख्स को दफनाया गया है. अमेरिका के पेंसिल्वेनिया के रीडिंग शहर ने ताबूत को बंद करने का फैसला किया और शनिवार को उसे दफना दिया गया है. बीते कुछ दिनों से बड़ी संख्या में लोग इस शख्स के अंतिम दर्शन करने और तस्वीर लेने आ रहे हैं. अमेरिका में यह कहानी शायद ही कभी दोहराई जा सकेगी.
ममी बनाने के तरीकों के बारे में मिली हैरान करने वाली जानकारी
चोरी करने का आरोप
"स्टोनमैन विली" के नाम से मशहूर हुआ यह शख्स चोरी करने का आरोपी था. 1895 में उसकी जेल में मौत हो गई. इसके बाद उसे थियो सी अउमन फ्युनरल होम (अंतेष्टि गृह) ले जाया गया जहां उसके शव को ले जाने के लिए कोई नहीं आया. उसके शव की देख रेख कर रहे लोगों ने भूलवश उसकी ममी बना दी. अंत्येष्टि गृह के निदेशक काइल ब्लांकेनबिलर ने ममी को दफनाए जाने से पहले कहा,"128 साल बहुत तेजी से बीते और वह अब भी यहीं है."
उसे दफनाए जाते वक्त भारी भीड़ जमा हो गई और विली की कब्र के काले पत्थर को लगाते वक्त लोग वहां एक बड़ा घेरा बना कर खड़े हो गए. विली को जब जेल में डाला गया तो उसने झूठा नाम बताया था लेकिन उसकी असल पहचान खोज कर निकाल ली गई और शनिवार को उसकी घोषणा हुई. उसका असल नाम जेम्स मर्फी था और उसकी कब्र पर यह नाम भी खुदा है. वास्तव में कब्र के पत्थर पर दोनों नाम दर्ज किए गए हैं.
रीडिंग के इतिहास का विचित्र हिस्सा
विली का शव अंत्येष्टि गृह में लगभग पूरे समय खुले ताबूत में रखा रहा. शनिवार को आखिरकार उसे बंद कर दफनाने के लिए ले जाया गया. उसके त्वचा और चेहरे की बनावट ने हजारों लोगों में उत्सुकता जगाई. जिनमें स्थानीय लोग, रिसर्चर, स्कूली बच्चे समेत कई और तरह के लोग थे. विली रीडिंग केइतिहास का एक विचित्र हिस्सा है. ब्लांकेनबाइलर ने कहा कि "हमारे दोस्त" को आखिरकार वो विदाई मिली जिसका वह हकदार था.
विली के साथ जेल में रहने वालों ने बताया कि वह पाकेटमारी के आरोप में पकड़ा गया था. उसने पकड़े जाने के बाद अपना नाम जेम्स पेन बताया क्योंकि वह नहीं चाहता था कि उसके अमीर आयरिश पिता का नाम खराब हो. उसकी मौत के बाद जब कोई रिश्तेदार सामने नहीं आया तो उसका शव अंत्येष्टि गृह में भेज दिया गया.
शवों पर लेप लगाने का विज्ञान अभी विकसित हो रहा है. ब्लांकेनबिलर ने बताया की आयमन ने एक नये फॉर्मूला को आजमाया था. विली के शव को ममी बनाने के लिए उसके शरीर से नमी निकालने की एक प्रक्रिया आजमाई गई जिससे उसका अपघटन रुक गया.
रीडिंग शहर अपनी 275वीं सालगिरह मना रहा है इसी मौके पर विली को अंतिम विदाई देने का फैसला किया गया. स्थानीय निवासी माइकल क्लाइन विली के रहस्यपूर्ण जीवन से अभिभूत रहे हैं. क्लाइन ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "हर कोई अमेरिका में अमेरिकी सपने को जीने आता है कोई भी नहीं चाहता कि इस तरह जेल में अनजानी मौत मरे."
एनआर/एमजे (एएफपी)