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"वे जिंदा मिले तो ये चमत्कार ही होगा"

२१ जून २०२३

2,50,000 डॉलर का टिकट और इकरारनामे के पहले पन्ने पर तीन बार मौत का जिक्र. इसी तरह ऑपरेट होने वाली ओशनगेट की पनडुब्बी अटलांटिक की गहराई में खो चुकी है.

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विक्टर 6000 अंडरवॉटर रोबोट से टाइटन का पता लगाते विशेषज्ञ
तस्वीर: Olivier Dugornay/Ifremer/CCBY/REUTERS

टाइटैनिक के मलबे तक ले जाने वाली ओशनगेट कंपनी की टाइटन नाम की पनडुब्बी, 18 जून 2023 को उत्तरी अटलांटिक की गहराई में उतर रही थी. ब्रिटिश टूरिस्ट सबमरीन को करीब पांच किलोमीटर गहरी और अंधकार से भरी जगह तक पहुंचना था लेकिन बीच यात्रा में ही पौने दो घंटे के भीतर पनडुब्बी से संपर्क टूट गया और तब से उसकी लोकेशन का कोई सुराग नहीं मिला है.

टाइटैनिक दिखाने वाली लापता पनडुब्बी कैसे मिलेगी

पनडुब्बी में 96 घंटे की यात्रा के लिए ऑक्सीजन स्टोर है और अब 24 घंटे से भी कम ऑक्सीजन बची है. अमेरिकी और कनाडाई कोस्टगार्ड् जहाज और विमान समंदर के 20,000 वर्ग किलोमीटर के इलाके को छान रहे हैं. इस बीच और ज्यादा विमान और फ्रांस के समुद्र विज्ञान संस्थान ने भी अपनी मशीनें सर्च एरिया में भेजी हैं.

टाइटैनिक से जुड़ी तमाम जानकारियां

बुधवार सुबह खबर आई कि सर्च वाले इलाके से कुछ "अंडरवॉटर शोर" या पानी के भीतर से आवाजें सुनी गईं. अमेरिकी कोस्टगार्ड के फर्स्ट डिस्ट्रिक्ट ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर लिखा, "कनाडा के पी-3 एयरक्राफ्ट ने सर्च एरिया में पानी के नीचे से आ रहे शोर को पकड़ा है. इन नतीजों के चलते, आरओवी (रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल) ऑपरेशन की जगह बदली गई है ताकि शोर के स्रोत को खोजा जा सके."

विक्टर 6000 अंडरवॉटर रोबोट से टाइटन का पता लगाते विशेषज्ञ
विक्टर 6000 अंडरवॉटर रोबोट से टाइटन का पता लगाते विशेषज्ञतस्वीर: Stephane Lesbats/Ifremer/REUTERS

पांच साल पुराने मुकदमे का जिक्र

टाइटन के लापता होने के साथ ही 2018 के एक मुकदमे का जिक्र भी होने लगा है. तब कंपनी के तत्कालीन मरीन ऑपरेशंस डायरेक्टर डेविड लॉखरिज को पद से हटा दिया गया. लॉखरिज ने आरोप लगाया कि कंपनी क्वालिटी "कंट्रोल और सेफ्टी" यानी सुरक्षा के लिए जरूरी व्यवस्था से समझौता कर रही है, इसकी वजह से पनडुब्बी की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है और "पैसा देने वाले यात्रियों को शायद इसकी जानकारी नहीं होगी."

अदालत में दायर याचिका में लॉखरिज ने कहा कि "टाइटन का डिजाइन टेस्ट नहीं किया गया है और ये सिर्फ एक्सपेरिमेंटल है."

अमेरिका, कनाडा, फ्रांस और ब्रिटेन सर्च अभियान में शामिल
तस्वीर: Stephane Lesbats/Ifremer//REUTERS

टाइटन का अनुभव

टाइटन पर सवार होकर टाइटैनिक के मलबे तक जाने वाले लोगों में अमेरिकी टेलिविजन लेखक माइक राइस भी शामिल हैं. उन्होंने 2022 में यात्रा की. बीबीसी से बात करते हुए राइस ने कहा कि उन्हें बहुत ही उलझाने वाला अनुभव हुआ. समंदर की गहराई में 400 गुना ज्यादा दबाव के बीच "कंपस ने काम करना बंद कर दिया और वह लगातार घूमता ही रहा. समु्द्र तल पर कुछ नहीं दिख रहा था, ऐसे में ही हम भटक रहे थे, यही पता था कि टाइटैनिक यहीं कहीं था."

राइस कहते हैं कि इस यात्रा में शामिल होने वाले हर शख्स को एक इकरारनामा देना पड़ता है, "सवार होने से पहले आप एक दावे पर दस्तखत करते हैं, जिसके पहले पन्ने में ही तीन बार मौत का जिक्र है."

भीतर से ऐसी दिखती है टाइटन
भीतर से ऐसी दिखती है टाइटनतस्वीर: American Photo Archive/Alamy/dpa/picture alliance

टाइटन में सवार ब्रिटिश कारोबारी हामिश हार्डिंग की दोस्त जैनिक मिकेल्सन अच्छी खबर की दुआ कर रही हैं. हार्डिंग के साथ एक रोमांचकारी अभियान कर चुकी मिकेल्सन ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, "वे जिंदा मिले तो ये चमत्कार ही होगा."

ओएसजे/एसबी (एएफपी, रॉयटर्स)