यूक्रेन युद्ध से रूस को फायदा हुआ है: पुतिन
७ सितम्बर २०२२पुतिन ने यूक्रेन पर हमले को जायज ठहराया है और पश्चिमी देशों को ऊर्जा की सप्लाई के मामले में चेतावनी दी है. उनके भाषण की पांच प्रमुख बातें.
यूक्रेन युद्ध से फायदा
यूक्रेन युद्ध के बारे में पुतिन का कहना है, "हमने न कुछ खोया है, न कुछ खोयेंगे. जहां तक हासिल होने की बात है, तो मैं कह सकता हूं कि सबसे प्रमुख हासिल यह है कि हमारी संप्रभुता मजबूत हुई है.
पुतिन ने यह भी कहा है कि निश्चित रूप से थोड़ा ध्रुवीकरण हो रहा है. दुनिया में भी और देश के भीतर भी, लेकिन वह मानते हैं कि इन सबका सिर्फ फायदा होगा.
पुतिन का कहना है, "हर वह चीज, जो हमारे लिये गैरजरूरी, नुकसानदेह है और कोई भी चीज, जो हमें आगे बढ़ने से रोकेगी, उसे खारिज किया जायेगा."
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पश्चिमी देशों को नुकसान
पुतिन ने कहा, "वसंत में कई विदेशी कॉर्पोरेशन आनन-फानन में रूस छोड़ गये. उन्हें लगा कि इससे रूस को दूसरे देशों की तुलना में ज्यादा दिक्कत होगी. हालांकि, हम देख रहे हैं कि यूरोप में कैसे उत्पादन और नौकरियां एक के बाद एक बंद हो रही हैं. निश्चित रूप से इसका एक प्रमुख कारण है रूस के साथ कारोबारी संबंध का टूटना."
पुतिन ने यह भी कहा कि पश्चिमी देश विश्व आर्थिक तंत्र के स्तंभों को ध्वस्त कर रहे हैं, जो कई सदियों में खड़े हुए हैं. रूसी राष्ट्रपति का कहना है, "हमारी आंखों के सामने डॉलर, यूरो और पाउंड में भरोसा खत्म हो गया, जिसमें भुगतान, रिजर्व और संपत्ति को रखना संभव था. हम कदम दर कदम ऐसी गैर-भरोसेमंद मुद्राओं से दूर हो रहे हैं, जिन्होंने खुद ही अपना मोल गिरा लिया है."
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प्राकृतिक गैस
प्राकृतिक गैस और ऊर्जा संसाधनों के बारे में पुतिन ने कहा, "सबसे पहले तो हमारे ऊर्जा संसाधन को हमारे देश के विकास में लगाया जाना चाहिये, यही बात सभी प्राथमिक ऊर्जा संसाधनों और खनिजों पर भी लागू होती है. हालांकि ये हमारे पास इतने ज्यादा है कि हम उन सबकी बढ़ती जरूरतें पूरी कर सकते हैं जो हमारे साथ काम करना चाहते हैं."
पुतिन ने कहा कि यूरोप के प्रमुख देशों की अर्थव्यवस्थाएं पिछले कई दशकों से रूस की प्राकृतिक गैस हासिल करके वैश्विक स्तर पर फायदा उठा रही थीं. अगर वे समझते हैं कि उन्हें यह फायदा नहीं चाहिये, तो उससे हमें कोई परेशान नहीं है क्योंकि दुनिया में उर्जा संसाधन की मांग बहुत ऊंची है."
तेल और गैस की कीमत पर सीमा
पुतिन का कहना है कि तेल और गैस की सीमा तय करना बेवकूफी है. पुतिन ने कहा, "वैश्विक कारोबार में सारे प्रशासनिक पाबंदियों से केवल असंतुलन और कीमतें बढ़ती हैं. यूरोपीय विशेषज्ञों और यूरोपीय आयोग के काम का यही नतीजा यूरोपीय बाजारों में दिख रहा है. हम हमेशा से कहते आये हैं कि कीमतें लंबे समय के करारों पर आधारित होनी चाहिये और उन्हें बाजार से जोड़ा जाना चाहिये. जैसे कि तेल और तेल के उत्पाद."
पुतिन का कहना है कि इस व्यवस्था से अगर कोई राजनीतिक फैसला होता है, तो वो उसे नहीं मानेंगे. पुतिन ने साफ कहा, "हम गैस, तेल, कोयला या हीटिंग ऑयल की सप्लाई नहीं देंगे. हम किसी चीज की सप्लाई नहीं देंगे.
नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन
रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "नॉर्ड स्ट्रीम 1 अब व्यावहारिक रूप से बंद हो चुका है. वहां तेल का रिसाव हो रहा है, जिससे विस्फोटक स्ठिति बन गई है और आग लगने का खतरा है. टरबाइन काम नहीं कर रहा है. आप हमें टरबाइन दीजिये. हम कल ही गैस की सप्लाई शुरू कर देंगे, लेकिन ये लोग हमें कुछ नहीं दे रहे."
पुतिन ने यह भी कहा कि जर्मनी चाहे, तो नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन भी एक दिन में चालू हो सकती है. बकौल पुतिन "जर्मनी को सिर्फ एक बटन दबाना है."
एनआर/वीएस (रॉयटर्स, एएफपी)