फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्स से कहीं ज्यादा थीं. उन्होंने लड़कियों की पढ़ाई के बारे में भी आवाज उठाई, भारत की गरीबी पर भी. और तो और उन्होंने लंदन के अपने नर्सिंग स्कूल में पढ़ने वाली नर्सों को काम करने के लिए भारत भेजना शुरू किया. इनका काम था भारत जा कर वहां की लड़कियों को नर्स बनने की ट्रेनिंग देना. आज पूरी दुनिया में भारत की नर्सों को देखा जा सकता है. इसका श्रेय जाता है फ्लोरेंस नाइटिंगेल को.
वो कौन थी में ईशा आपके लिए लाई है कहानियां उन महिलाओं की जिन्हें सपने देखने से डर नहीं लगता था. हर एपिसोड में एक भावुक करने वाला किस्सा है पहली बार कुछ करने की हिम्मत जुटाने वाली साहसी महिला का.