टूट गयी शर्म की दीवार
पेरू की राजधानी लीमा में अमीर और गरीब इलाकों को बांटने वाली शर्मनाक दीवार तोड़ दी गयी है.
शर्मनाक दीवार
लीमा की 4.5 किलोमीटर लंबी शर्मनाक दीवार तोड़ दी गयी है. यह दीवार राजधानी लीमा में अमीरों के रिहायशी इलाकों को गरीब बस्तियों से अलग करती थी.
चार दशक से
यह दीवार चार दशक पहले बनायी गयी थी. तीन मीटर ऊंची इस दीवार पर कांटेदार तार लगी थी ताकि कोई अमीरों के इलाके में ना घुस सके.
दो समाज
इस दीवार की एक तरफ धनी लोग अपने विशाल घरों में स्विमिंग पूल जैसी तमाम सुविधाओं के साथ रहते हैं जबकि दूसरी तरफ रहने वालों को मूलभूत सुविधाएं जैसे कि पक्की सड़क तक उपलब्ध नहीं थी.
गैरबराबरी का प्रतीक
यह दीवार देश में असमानता का एक भौंडा प्रतीक बन गयी थी. चार साल चली कानूनी लड़ाई के बाद देश की सर्वोच्च अदालत ने इस दीवार को तोड़ने का आदेश दिया था.
अमीरों ने बनायी
धनी ला मोलीना इलाके में रहने वाले धनी लोगों ने 1980 के दशक में यह दीवार सुरक्षा और हिंसा का हवाला देते हुए बनायी थी. तब देश में उग्रवादी गतिविधियां चरम पर थीं. हालांकि उग्रवादी संगठन 1990 के दशक में खत्म हो गया, लेकिन दीवार खड़ी रही.
खुश नहीं अमीर
इस दीवार को तोड़े जाने को लेकर ला मोलीना के बहुत से लोग खुश नहीं हैं. आलीशान पार्कों वाले इलाके में रहने वाले कुछ लोगों ने कहा कि उन्हें डर है, बाहरी लोग उनके यहां आ जाएंगे.