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राजनीतिसंयुक्त राज्य अमेरिका

अमेरिकी चुनाव में कुछ उम्मीदवार और भी हैं

५ नवम्बर २०२४

मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में मुकाबला डॉनल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच है लेकिन बैलेट पेपर पर कुछ उम्मीदवार और हैं, जो जीत नहीं सकते पर हरवा सकते हैं.

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रॉबर्ट एफ. केनेडी जूनियर
रॉबर्ट एफ. केनेडी जूनियर ने अगस्त में ट्रंप का समर्थन करते हुए दौड़ छोड़ दी थीतस्वीर: IMAGO/ZUMA Press Wire

प्रसिद्ध केनेडी परिवार के वंशज, ग्रीन पार्टी के एक कार्यकर्ता, और खुद को "सशस्त्र और समलैंगिक" कहने वाले एक उदारवादी. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट कमला हैरिस और रिपब्लिकन डॉनल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर है. लेकिन इस दो-दलीय प्रणाली में इस साल तीन अलग-अलग उम्मीदवार भी शामिल हैं, जो मंगलवार के करीबी मुकाबले को प्रभावित कर सकते हैं.

74 साल की जिल स्टाइन चुनावी राहों से अनजान नहीं हैं. वह 2012 और फिर 2016 में ग्रीन पार्टी की उम्मीदवार के रूप में उप राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ चुकी हैं. 2012 में उन्हें 0.4 फीसदी वोट मिले थे जबकि 2016 में वह एक फीसदी तक पहुंच गई थीं. जहां विजेता को कम से कम 50 फीसदी मत चाहिए, वहां ये मत कुछ भी नहीं हैं लेकिन उन्हें मिलने वाला हरेक वोट कमला हैरिस को परेशान करेगा.

हैरिस के लिए खतरा

शिकागो में जन्मीं डॉक्टर और पर्यावरण कार्यकर्ता जिल स्टाइन लगभग 40 राज्यों में बैलेट पेपर पर होंगी. यह बात डेमोक्रेट्स के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है, क्योंकि वह हैरिस के वोट शेयर में सेंध लगा सकती हैं, खासकर उन स्विंग राज्यों में वहां जहां हैरिस और ट्रंप के बीच बेहद करीबी मुकाबला है.

डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी ने मिशिगन, पेनसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन जैसे अहम राज्यों में स्टाइन के खिलाफ एक टेलीविजन विज्ञापन जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि "स्टाइन के लिए वोट करना असल में ट्रंप के लिए वोट करना है."

स्टाइन ने खुद को राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन से अलग दिखाने की कोशिश की है और वादा किया है कि वह गजा में इस्राएल की नीतियों का समर्थन नहीं करेंगी. उन्होंने सबसे अमीर अमेरिकियों पर टैक्स बढ़ाने, स्टूडेंट लोन माफ करने और रक्षा खर्च को कम करने की बात की है.

ग्रीन खेमे के एक और उम्मीदवार, कॉर्नेल वेस्ट ने ग्रीन पार्टी से स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया. 71 साल के इस अकादमिक और नस्लवाद विरोधी कार्यकर्ता ने बाइडेन को "युद्ध अपराधी" और ट्रंप को "नव-फासीवादी" कहा है. वह लगभग एक दर्जन राज्यों में मतपत्र पर होंगे और इसका नुकसान भी हैरिस को हो सकता है.

ट्रंप के लिए खतरा

लिबरेटेरियन पार्टी को 2020 में एक प्रतिशत से थोड़े ज्यादा वोट मिले थे और इस साल यह लगभग सभी 50 राज्यों में मतपत्र पर होगी, जो संभावित रूप से खेल बिगाड़ने का काम कर सकती है, क्योंकि चुनाव से एक दिन पहले तक भी यह स्पष्ट नहीं था कि चुनावों में किसका पलड़ा भारी है.

पार्टी का नया चेहरा 39 वर्षीय चेस ओलिवर हैं, जो पहले डेमोक्रेट रह चुके हैं. 2022 में उन्होंने जॉर्जिया से सेनेट के लिए चुनाव लड़ा था. उस समय अनजान रहे इस साइंस फिक्शन प्रेमी ने खुद को "सशस्त्र और समलैंगिक" बताया और लगभग दो प्रतिशत वोट हासिल किए, जिसके कारण डेमोक्रेट और रिपब्लिकन उम्मीदवारों के बीच दोबारा चुनाव हुआ था.

ओलिवर बंदूक के पक्षधर और आर्थिक रूप से रूढ़िवादी नीतियों का समर्थन करते हैं, लेकिन गर्भपात के अधिकार और कैनाबीज को वैध करने का समर्थन करते हैं. वह मृत्युदंड के खिलाफ हैं. ओलिवर तीन महत्वपूर्ण राज्यों के मतपत्र पर होंगे.

अमेरिकी चुनाव में मुकदमों का अंबार

अमेरिका के प्रसिद्ध राजनीतिक परिवार के वंशज रॉबर्ट एफ केनेडी जूनियर, अगस्त के अंत में चुनाव से बाहर होने से पहले राष्ट्रीय स्तर पर चार से पांच प्रतिशत वोट हासिल कर रहे थे. लेकिन उन्होंने ट्रंप का समर्थन कर दिया, जिससे उनके परिवार को बहुत निराशा हुई. पर्यावरणविद और अन्य चुनाव विश्लेषक केनेडी को हैरिस के लिए खतरे के रूप में देख रहे थे.

उनका मानना था कि केनेडी हैरिस के समर्थकों को खींच सकते हैं. लेकिन ट्रंप के कुछ समर्थक भी उनकी ओर जा सकते हैं. चुनाव से हटते समय, उन्होंने खुद को अहम राज्यों के मतपत्रों से हटाने की कोशिश की, लेकिन कई राज्यों ने उन्हें उम्मीदवार के रूप में हटाने से मना कर दिया. तब से उन्होंने ट्रंप के साथ सक्रिय रूप से प्रचार किया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उनका चुनाव पर क्या असर होगा.

वीके/एए (रॉयटर्स, एपी)