पहली बार रोबोट ने की डबल लंग ट्रांसप्लांट सर्जरी
न्यूयॉर्क के मैनहैटन स्थित एनवाईयू लैंगोन हेल्थ अस्पताल में 22 अक्टूबर, 2024 को दुनिया का पहला पूरी तरह से रोबोटिक डबल लंग ट्रांसप्लांट किया गया.
पहली बार रोबोट ने किया लंग ट्रांसप्लांट
न्यूयॉर्क में रहने वालीं 57 साल की शेरिल मेरकर 10 साल से ज्यादा समय से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से जूझ रही थीं. कोविड के बाद उनकी स्थिति और खराब हो गई थी.
कम दर्द वाली सर्जरी
इस रोबोटिक सर्जरी में सीने पर बड़े चीरे की जगह केवल दो छोटे चीरे लगाए गए. इससे मरीज को कम दर्द और तेजी से ठीक होने में मदद मिली. इस सर्जरी की प्रमुख सर्जन डॉ. स्टेफनी एच. चांग ने बताया कि इस तकनीक से छाती की दीवार को कम नुकसान होता है.
टेक्नोलॉजी में तरक्की
यह प्रक्रिया पिछले मेडिकल सुधारों पर आधारित है. 2022 में लॉस एंजेलिस के सेडार्स सिनाई अस्पताल ने आंशिक रोबोटिक सिंगल लंग ट्रांसप्लांट किया था. इसी साल सितंबर में एनवाईयू लैंगोन ने पहली बार पूरी तरह से रोबोटिक सिंगल लंग ट्रांसप्लांट किया था.
तेजी से हुआ ट्रांसप्लांट
मेकर को लिस्ट में शामिल किए जाने के सिर्फ पांच दिन बाद ही 98 फीसदी मेल वाले फेफड़े मिल गए और उन्हें तुरंत अस्पताल आने के लिए कहा गया. अस्पताल ने बताया कि मेरकर स्वस्थ हैं और अब अस्पताल में चल-फिर रही हैं. सर्जरी के एक महीने के अंदर उन्हें छुट्टी मिलने वाली है.
सर्जरी का तरीका
इस प्रक्रिया में रोबोट ने डॉक्टरों की मदद की. रोबोट ने खराब फेफड़े निकाले, सर्जरी की जगह तैयार की, और फिर नए फेफड़े लगाए. छोटे चीरे और कम आक्रामक प्रक्रिया से मरीज की रिकवरी तेजी से हुई.
डोनर के प्रति आभार
मेरकर ने अपने अंगदाता के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "मुझे बस इतना पता है कि वह एक युवा पुरुष था. उनकी फैमिली दुख मना रही थी और दो हफ्ते बाद मैं उनके फेफड़ों से सांस ले रही हूं."