माइक्रोसॉफ्ट ने पेश किए एआई वाले पर्सनल कंप्यूटर
२१ मई २०२४दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने एआई फीचर्स वाले पर्सनल कंप्यूटरों की नई श्रेणी पेश कर दी है. वॉशिंगटन में अपने रेडमंड कैंपस में माइक्रोसॉफ्ट के चीफ एक्जीक्यूटिव सत्या नडेला ने सोमवार को कोपायलट+ पर्सनल कंप्यूटर लॉन्च किए. कोपायलट प्लस कंप्यूटर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस हैं.
फिलहाल कंप्यूटरों में एआई का इस्तेमाल करने के लिए, क्लाउड बेस्ड एआई प्लेटफॉर्म्स तक जाना पड़ता है. माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि कोपायलट प्लस, क्लाउड डाटा सिस्टम के बिना भी एआई से जुड़ी टास्क पूरी करेगा.
क्या क्या कर सकता है कोपायलट
इसमें रिकॉल नामका एक फीचर है. इसके जरिए यूजर अपने कंप्यूटर पर की गई हर गतिविधि को महीनों बाद भी ट्रेस कर सकेंगे. फिलहाल कंप्यूटर की ब्राउजिंग हिस्ट्री या रिसाइकिल बिन क्लीन करने के बाद ऐसा करना संभव नहीं होता है. लेकिन कोपायलट की मदद से किसी भी तरह का डॉक्यूमेंट, वेबपेज या फाइल रिकॉल की जा सकेगी.
कोपायलट पेश करने के दौरान कंपनी ने दिखाया कि कैसे इसका वॉयस असिस्टेंट, रियल टाइम कोच बनकर माइनक्राफ्ट जैसा वीडियो गेम खेलने में यूजर की मदद करता है. ऐसे असिस्टेंट का इस्तेमाल पढ़ाई करने और अपने कैलेंडर को अपडेट रखने में भी किया जा सकता है. माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक चैटजीपीटी का ताजा वर्जन जीपीटी-4o भी जल्द ही कोपायलट का हिस्सा होगा.
दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों के बॉस भारतीय ही क्यों?
कोपॉयलट प्लस से लैस कंप्यूटरों की कीमत 1,000 डॉलर से शुरू की गई है. कंपनी के मुताबिक इनकी बिक्री 18 जून से शुरू हो जाएगी. पर्सनल कंप्यूटर बनाने वाले बाहरी निर्माता जैसे एसर और आसुस्टेक कंप्यूटर भी इन्हें बेच सकेंगे.
खरबों डॉलर के बाजार में किसका दबदबा
माइक्रोसॉफ्ट के कंज्यूमर मार्केटिंग हेड यूसुफ मेहदी को उम्मीद है कि अगले साल तक पांच करोड़ एआई पीसी बिकेंगे. मेहदी कहते हैं कि लंबे वक्त बाद पर्सनल कंप्यूटरों को असल में अपडेट करने का मौका आ चुका है. कंप्यूटर पर सीधे चलने वाले एआई असिस्टेंस को वे बहुत बड़ा बदलाव मानते हैं.
एआई को कंप्यूटिंग से जुड़ी हर चीज के लिए क्रांति कहा जा रहा है. अनुमानों के मुताबिक आने वाले बरसों में इसका बाजार खरबों डॉलर तक पहुंच सकता है. तकनीकी बढ़त के जरिए कई टेक कंपनियां और स्टार्ट अप इस बाजार पर छाना चाहते हैं. गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबैट और एप्पल भी इस रेस में हैं.
पर्सनल कंप्यूटरों में अभी बहुत सारा काम खुद करना पड़ता है. जैसे फोटो एडिट करना, एक्सेल शीट मैनेज करना, प्रजेंटेशन बनाना और गणनाएं करना. एआई फीचर्स वाले कंप्यूटरों के जरिए ऐसे बहुत सारे काम वॉयस कमांड देकर किए जा सकेंगे. कौन सी कंपनी की तकनीक यह सबसे अच्छे और भरोसेमंद ढंग से करेगी, अभी इसी के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है.
ओएसजे/आरपी (रॉयटर्स)