महाराष्ट्र का आटपाडी गांव पहले “सूखे की जमीन” कहलाता था, लेकिन अब इसकी सूरत बिल्कुल बदल गई है. अब यहां लोगों को पानी की कोई कमी नहीं. गांव में रोजगार पैदा हो रहा है, किसान मुनाफा कमा रहे हैं, भूजल स्तर 1,000 फुट से उठकर 20 फुट पर पहुंच गया है. ये सब हुआ है एक खास योजना से, जो पानी पर हर किसी का समान अधिकार भी सुनिश्चित करता है. इस योजना से पानी के न्याय के साथ-साथ सामाजिक न्याय भी हो रहा है.