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सेहत के लिए खतरनाक हैं पिस्टन इंजन वाले छोटे विमान

१९ अक्टूबर २०२३

अमेरिका की पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी (ईपीए) ने कहा है कि लेड ईंधन इस्तेमाल करने वाले विमान सेहत के लिए खतरनाक हैं. सालों तक हुए अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष सामने आया है.

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अमेरिका में करीब दो लाख से ज्यादा छोटे विमान हैं
छोटे विमान लेड से चलते हैंतस्वीर: @GollyItsMollie/AFP

अमेरिकी पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी (ईपीए) ने सालों के अध्ययन के बाद कहा है कि लेड ईंधन इस्तेमाल करने वाले विमानों से जो उत्सर्जन होता है वह इंसान की सेहत के लिए बेहद खतरनाक है.

व्यावसायिक विमानों में जेट ईंधन प्रयोग होता है, जिसमें लेड नहीं होता. लेकिन 2 से 10 यात्रियों वाले ऐसे बहुत से छोटे विमान हैं जिनमें छोटा पिस्टन इंजन होता है. ये विमान 45 से 47 साल पुराने हैं.

ईपीए प्रशासक माइकल रीगन ने एक बयान जारी कर रहा कि पिछले साल अक्तूबर में प्रस्तावित घोषणा को अब अंतिम रूप दिया गया है. उन्होंने कहा, "विज्ञान का साफ कहना है कि लेड बच्चों स्वास्थ्य को उम्रभर के लिए नुकसान पहुंचा सकता है.”

17 साल बाद आयी रिपोर्ट

अमेरिका में 1,90,000 निजी विमान हैं जो लेड ईंधन इस्तेमाल करते हैं. ये विमान अमेरिका के वातावरण में उत्सर्जित कुल लेड के लगभग 70 फीसदी के लिए जिम्मेदार हैं.

ईपीए ने कहा कि फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) के साथ मिलकर उसने इन विमानों के ईंधन से होने वाले लेड उत्सर्जन को रोकने के लिए नियम बनाने का काम शुरू कर दिया है.

ईपीए की यह घोषणा कई साल तक चले अध्ययन के बाद आयी है. 2006 में उसे एक याचिका मिली थी, जिसमें निजी विमानों के लेड उत्सर्जन को नियमित करने की अपील की गयी थी.

बिना इंजन के कैसे उड़ानें भरेंगे सुपरसॉनिक विमान

एजेंसी ने 2010 में कार्रवाई शुरू की और 2015 में कहा कि तीन साल के भीतर अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी करेगी. लेकिन पिछले साल ही एजेंसी की रिपोर्ट तैयार हो पायी, जिसे प्रस्तावित किया गया. आखिरकार बुधवार को एजेंसी ने अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी की.

1980 के बाद से अमेरिका में हवा में उत्सर्जित लेड की मात्रा 99 फीसदी तक घट गयी है. लेकिन फिलहाल जो भी उत्सर्जन हो रहा है, उसकी सबसे बड़ी वजह ये छोटे निजी विमान ही हैं.

लेड ईंधन हटाने  पर काम

एफएए ने 2022 में एक नयी योजना का ऐलान किया था जिसके तहत सुरक्षित तरीके से 2030 तक लेड ईंधन को पूरी तरह खत्म किया जाना है. इस योजना का मकसद बिना निजी विमानों के बेड़े को प्रभावित किये लेड ईंधन को खत्म करने की कोशिशों पर काम किया जाना है.

एक बयान में एफएए ने कहा कि वह नेशनल अकैडमीज ऑफ साइंसेज, इंजीनियरिंग एंड मेडिसिन (एनएएसईएम) की रिपोर्ट में की गयी सिफारिशों के आधार पर लेड ईंधन वाले इंजनों में बदलाव करेगी. इस योजना में पिस्टन एविएशन फ्यूल्स इनिशिएटिव (पीएएफआई) नामक संस्था भी एफएए की मदद कर रही है.

एफएए ने कहा, "एलिमिनेट एविएशन गैसलिन लेड इमिशंस (ईगल) योजना के तहत सरकारी और उद्योग के स्तर पर निवेश और गतिविधियों को विस्तार दिया जाएगा और उचित नीतियां बनायी जाएंगी ताकि मौजूदा और नये विमानों को लेड-मुक्त ईंधन पर उड़ने के लिए परमिट जारी किये जा सकें. इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि हवाई यात्रा की सुरक्षा और जनता के व्यापक आर्थिक और अन्य फायदे प्रभावित ना हों.”

विवेक कुमार (रॉयटर्स)

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