भारत का प्राचीन मंदिर बना यूनेस्को विश्व धरोहर
यूनेस्को ने नई विश्व धरोहरों का ऐलान कर दिया है. भारत के एक प्राचीन मंदिर को भी इस बार की सूची में जगह मिली है.
रामप्पा मंदिर, भारत
हैदराबाद से 200 किलोमीटर दूर यह मंदिर चूना पत्थर और बेसाल्ट का बना है. इसे 13वीं सदी में बनाया गया था और यह ककाती भवन-निर्माण कला का अद्भुत नमूना है.
यूरोप के स्नानघर
यूरोप में कई शहरों में ऐसे स्नानघर बने हैं जैसे ब्रिटेन के बाथ शहर का यह स्नानघर, जिसे पहली सदी में बनाया गया था. इसमें आज भी गर्म पानी आता है. फ्रांस, जर्मनी, चेक गणराज्य, इटली और बेल्जियम के स्नानघरों को मिलाकर सूची में एक साथ शामिल किया गया है.
ग्वांगजो बंदरगाह, चीन
चीन के प्राचीन ग्वांगजो बंदरगाह की तारीफ इटली के खोजी मार्को पोलो ने दुनिया के सबसे शानदार और संपन्न शहर के रूप में की थी. चीन के पूर्वी तट पर स्थित इस शहर ने सिल्क रूट के समुद्री रास्ते में अहम भूमिका निभायी.
डियर स्टोन स्मारक, मंगोलिया
मंगोलिया में मौजूद कांस्य युग के इन पत्थरों पर बहुत खूबसूरत चित्रकारी की गई है और विभिन्न जानवर, हथियार व पैटर्न बनाए गए हैं. एक से चार मीटर की ऊंचाई वाले ये पत्थर अद्भुत विरासत हैं.
हिमा रॉक आर्ट, सऊदी अरब
हिमा में चट्टानों पर उकेरी गईं ये कलाकृतियां अरब प्रायद्वीप में 7,000 साल पुरानी सभ्यता के अनूठे बयान हैं. इन कलाकृतियों में शिकार के दृश्य चित्रित हैं. अरबी, ग्रीक और मसनद लिपियों में कहानियां भी दर्ज हैं.
कोरदुआं लाइटहाउस, फ्रांस
68 मीटर ऊंचा यह लाइटहाउस फ्रांस में अपनी तरह की सबसे पुरानी इमारत है. 1611 में इंजीनियर लुई दा फुआ ने इसे डिजाइन किया था और यह तब से ही काम में लाया जा रहा है. इस तक सिर्फ नौका से पहुंचा जा सकता है.
पासेओ डेल प्रादो, स्पेन
16वीं सदी में बना मैड्रिड का यह मार्ग और किनारे पर 17वीं सदी में बना उद्यान अब विश्व धरोहर बन गया है. इस उद्यान में कला और संस्कृति के कई अहम संस्थानों का घर है जैसे प्रादो म्यूजियम और राइना सोफिया आर्ट गैलरी.
कलाकार कॉलोनी, जर्मनी
हेसन के ग्रैंड ड्यूक एर्नेस्ट लुडविग ने 1899 में इस जगह को कला के प्रचार प्रसार के लिए स्थापित किया था. 1901 से यहां कला प्रदर्शनियां आयोजित होने लगीं. यहां एक रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च, एक प्रदर्शनी भवन और मशहूर वेडिंग टावर भी है, जिसे एर्नेस्ट लुडविग की दूसरी शादी के उपलक्ष्य में बनाया गया था.
न्यू डच वॉटरलाइन, नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के मकसद से बनाई गई न्यू डच वॉटरलाइन असल में 45 किलों और छह किलेबंदियों का एक समूह है जो 85 किलोमीटर में फैला है. 1815 से 1940 के बीच सक्रिय रही इस घेरेबंदी का मकसद दुश्मन को देश के नजदीक आने से रोकना था.
पादुआ के भित्तिचित्र, इटली
14वीं सदी के ये मशहूर भित्तिचित्र आठ धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष इमारतों की सजावट हैं, जो पादुआ शहर में स्थित हैं. अलग-अलग कलाकारों द्वारा बनाए ये चित्र एक जैसे ही लगते हैं.
ट्रांस-ईरानियन रेलवे, ईरान
1927 से 1938 के बीच बनी 1,394 किलोमीटर लंबी यह रेल लाइन ईरान के आर-पार कैस्पियन सागर को फारस की खाड़ी से जोड़ती है. इस पर 324 पुल और 224 गुफाएं हैं.