हेनरी किसिंजर का जीवन
आधुनिक इतिहास को प्रभावित करने वाले सबसे अहम लोगों में शामिल अमेरिकी कूटनीतिज्ञ हेनरी किसिंजर का 100 साल की आयु में निधन हो गया. जानिए, उनके बारे में कुछ खास बातें.
जर्मनी में जन्म
हेनरी किसिंजर का जन्म जर्मनी के फर्थ शहर में 27 मई 1923 को हुआ था. उनका बचपन का नाम था हाइंत्स आल्फ्रेड किसिंजर. 1938 में उनका परिवार जर्मनी छोड़कर न्यूयॉर्क में बस गया. 1943 में किसिंजर अमेरिकी नागरिक बन गए.
सेना में काम
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान किसिंजर ने अमेरिकी सेना के लिए काम किया. वह जर्मनी में तैनात थे और जासूसी एजेंसियों के लिए अनुवादक का काम करते थे. अपनी सेवाओं के लिए उन्हें ब्रॉन्ज स्टार से नवाजा गया.
सत्ता में प्रवेश
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाने के बाद हेनरी किसिंजर को 1969 में तत्कालीन राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया. निक्सन के बाद जेराल्ड फोर्ड ने भी उन्हें अपना सलाहकार बनाया. दोनों सरकारों में वह विदेश मंत्री भी रहे.
अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
1970 के दशक में कई अहम वैश्विक घटनाओं में किसिंजर ने अहम भूमिका निभाई. इनमें वियतनाम युद्ध, चीन के साथ कूटनीतिक संबंधों की शुरुआत, सोवियत संघ के साथ हथियार नियंत्रण पर बातचीत और इस्राएल व अरब देशों के बीच संबंधों को बेहतर बनाना शामिल हैं.
नोबेल शांति पुरस्कार
वियतनाम में शांति स्थापना के लिए 1973 में किसिंजर को वियतनाम के नेता ला डक दो के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया. हालांकि इस पर काफी विवाद हुआ. नोबेल समिति के दो सदस्यों ने तो इसके विरोध में इस्तीफा ही दे दिया. ला डक दो ने पुरस्कार लेने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि शांति स्थापना का काम अभी बाकी है.
9/11 हमले की जांच
1977 के बाद किसिंजर सरकारी पद पर तो नहीं रहे लेकिन उनके जॉर्ज डब्ल्यू बुश के साथ अच्छे संबंध थे. 11 सितंबर 2001 के आतंकी हमले की जांच के लिए स्थापित आयोग का अध्यक्ष किसिंजर को नियुक्त किया गया लेकिन उन्होंने उस पद से इस्तीफा दे दिया क्योंकि वह अपने कंसंल्टिंग बिजनेस के ग्राहकों के नाम नहीं बताना चाहते थे.