पालतू रोबोट कुत्तों के लिए पूजा
जापान के टोक्यो में एक मंदिर में विशेष पूजा आयोजित की गई, रोबोट-कुत्तों के लिए. बच्चों के लिए मनाया जाने वाला यह त्योहार अब लोग रोबोटिक पालतू कुत्तों के लिए मना रहे हैं. क्यों हुआ ऐसा?
बच्चों के लिए पूजा: 7-5-3
जापान का त्योहार है शिची-गो-सान जिसका अर्थ होता है 7-5-3. यूं तो यह त्योहार माता-पिता मनाते हैं अपने बच्चों के लिए. वे प्रार्थना करते हैं कि उनके बच्चे स्वस्थ हों और उनका भविष्य उज्ज्वल हो.
बच्चों की जगह कुत्ते
लेकिन तकनीक के धनी जापान में यह त्योहार बदल रहा है. जैसे इस बार लोगों ने अपने रोबोटिक कुत्तों के लिए प्रार्थना की.
मंदिर में आयोजन
टोक्यो के एक मंदिर में एक विशेष पूजा आयोजित की गई, लोगों के पालतू रोबोटिक-कुत्तों के लिए.
छोटे परिवार, ज्यादा पालतू
जापान में परिवार लगातार छोटे हुए हैं. बच्चों की संख्या घटी है. रोबोट के रूप में पालतू जानवर रखने वालों की संख्या बढ़ी है.
सोनी कंपनी ने कराया आयोजन
यह आयोजन सोनी कंपनी ने कराया था, अपने उन ग्राहकों के लिए जो आइबो कुत्ता रखते हैं. इसकी एक वजह यह भी है कि असली कुत्ता रखना मुश्किल है. बहुत से मकान मालिक इसकी इजाजत नहीं देते और कुत्ते की देख रेख का खर्च भी ज्यादा होता है.
परिवार का हिस्सा बना आइबो
सोनी आइबो बिल्ली के औसत आकार का रोबोट है, जो बहुत से परिवारों का हिस्सा बन चुका है.