ईरान: हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में अब तक 83 मरे
३० सितम्बर २०२२ईरान में महसा अमीनी की मौत पर विरोध प्रदर्शन जारी है, ईरानी अधिकारियों ने कथित तौर पर गुरुवार को विरोध प्रदर्शनों का समर्थन करने पर पत्रकारों को चेतावनी दी है. ईरान की अर्ध-आधिकारिक न्यूज वेबसाइट, ईरानी स्टुडेंट न्यूज एजेंसी या आईएसएनए एजेंसी ने तेहरान के प्रांतीय गवर्नर के हवाले से कहा कि अधिकारी "मशहूर हस्तियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे" जो विरोध प्रदर्शनों में शामिल हुए हैं.
ईरान में ऐसे विरोध प्रदर्शन हाल के वर्षों में देखने को नहीं मिले हैं. इसे ईरानी सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती मानी जा रही है. उदाहरण के लिए ईरानी फुटबॉल टीम ने कुछ दिनों पहले विएना में एक दोस्ताना मैच के दौरान अपनी राष्ट्रीय टीम के लोगो को ढक लिया था.
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प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई से बढ़ रही मौतें
अधिकार समूहों ने ईरान के शहरों में प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा बल के अत्यधिक इस्तेमाल की ओर इशारा किया है, जिसमें एक मानवाधिकार समूह ने गुरुवार तक कम से कम 83 लोगों की मौत की सूचना दी है.
पत्रकारों की भी गिरफ्तारी
नॉर्वे में स्थित ईरान ह्यूमन राइट्स ने कहा कि विरोध के दौरान बच्चों समेत 83 लोगों की मौत हो गई. इससे पहले एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा था कि विरोध प्रदर्शनों को "सुरक्षा बलों द्वारा निर्मम हिंसा" के रूप में चिह्नित किया गया है, जबकि कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट ने गुरुवार को कहा कि देश में अधिक पत्रकारों को भी गिरफ्तार किया गया है.
कमेटी के मुताबिक गुरुवार तक कम से कम 28 पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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ईरानी राष्ट्रपति ने अशांति फैलाने के लिए पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया
ईरान के सरकारी टीवी ने गुरुवार को कहा कि पुलिस ने बड़ी संख्या में "दंगाइयों" को गिरफ्तार किया है, हालांकि गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या नहीं बताई गई.
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा कि 1979 की क्रांति के बाद से देश में पश्चिमी शक्तियों द्वारा अशांति फैलाने का ताजा कदम है.
रईसी ने कहा, "दुश्मनों ने 43 वर्षों तक इस्लामी ईरान के खिलाफ अभिकलनात्मक त्रुटियां की हैं, यह कल्पना करते हुए कि ईरान एक कमजोर देश है जिस पर हावी हुआ जा सकता है."
ईरानी सरकारी टीवी ने गुरुवार को यह भी बताया कि 17 सितंबर से शुरू हुए प्रदर्शनों के बाद से पुलिस कर्मियों समेत 41 लोग मारे गए हैं.
ईरान में विरोध प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं?
कुछ दिनों पहले ईरान के सख्त हिजाब कानून का कथित रूप से उल्लंघन करने के आरोप में एक युवा कुर्द महिला महसा अमीनी को नैतिकता पुलिस ने गिरफ्तार किया था. महसा अमीनी की बाद में पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. पुलिस ने दावा किया कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी, लेकिन अमीनी के परिवार का कहना है कि उसे कभी भी दिल की कोई बीमारी नहीं थी और पुलिस द्वारा कथित दुर्व्यवहार के कारण उसकी मौत हो गई.
एए/सीके (रॉयटर्स, एएफपी, एपी)