हर दिन नरक है, मरने में मदद चाहती हैं लीसा
कनाडा में रहने वालीं लीसा पॉली मरना चाहती हैं. लेकिन कानून उन्हें मरने की इजाजत नहीं देता क्योंकि उनका मामला इच्छा मृत्यु के दायरे में नहीं आता.
मरना चाहती हैं लीसा पॉली
47 साल की लीसा पॉली इच्छा मृत्यु चाहती हैं. दशकों से बीमारी से जूझ रहीं पॉली ने कनाडा में इच्छामृत्यु की अर्जी दी है. पॉली को आठ साल की उम्र एनरेक्सिया की बीमारी है. अब उनका वजन मात्र 41 किलोग्राम रह गया है.
बिना खाये कई दिन
पॉली बताती हैं कि कई-कई दिन तक वह बिना ठोस आहार के निकाल देती हैं. वह इतनी कमजोर हो गयी हैं कि बाजार तक भी नहीं जा पातीं.
हर दिन नरक जैसा
पॉली कहती हैं, “हर दिन नरक जैसा है. मैं बहुत थक गयी हूं. मुझसे अब और नहीं होता. सब कुछ आजमा चुकी हूं. अब लगता है कि मैं अपनी जिंदगी जी चुकी हूं.”
कानूनी अधिकार नहीं
लेकिन पॉली के चाहने से कुछ नहीं होगा. कानूनन इच्छा मृत्यु नहीं मिल सकती. अगले साल मार्च में कनाडा के इच्छा मृत्यु कानून में संशोधन लागू होना है, जिसमें मानसिक रोगियों को भी शामिल किया जाएगा.
कब पूरी होगी इच्छा
कनाडा ने 2016 में लाइलाज जानलेवा बीमारी से ग्रस्त रोगियों को इच्छा मृत्यु का अधिकार दिया था. 2021 में उसका दायरा बढ़ाया गया और उसमें गैर-जानलेवा लेकिन लाइलाज बीमारियों को शामिल किया गया. अब इसमें मानसिक रोगियों को भी शामिल किया जा रहा है. उसके बाद कनाडा का इच्छा मृत्यु अधिकार दुनिया में सबसे विस्तृत होगा. तब शायद लीसा पॉली की इच्छा पूरी हो सके.