गे डेटिंग ऐप पर फंसाकर लूटने वाले धरे गए
१६ फ़रवरी २०२२गुजरात की अहमदाबाद पुलिस का कहना है कि उसने ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो समलैंगिक लोगों को निशाना बनाता था और लूटपाट करता था. भारत में गे सेक्स अब एक आपराधिक श्रेणी में नहीं आता है लेकिन भारतीय समाज में बहिष्कार या मजाक बनने के डर से एलजीबीटी समुदाय के कई लोग अपनी पहचान गुप्त रखना पसंद करते हैं. इसी कारण वे इस तरह के गैंग के लिए आसान शिकार बन जाते हैं.
अहमदाबाद पुलिस के अधिकारी जेपी जडेजा ने बताया, "गिरफ्तार किए गए लोगों ने कम से कम 15-20 लोगों को लूटने की बात कबूल की है. पिछले चार महीनों में आरोपियों ने लूटने के लिए एक ही तरीके का इस्तेमाल किया है."
उन्होंने कहा कि आरोपियों ने समलैंगिक डेटिंग ऐप ग्रिंडर का इस्तेमाल संभावित पीड़ितों को खोजने के लिए किया और सुनसान इलाकों में ले जाकर मारा पीटा या फिर कुछ मामलों में जबरन बैंक के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कराए.
पुलिस का कहना है कि आरोपी को लगता था कि पीड़ितों की पसंद उजागर हो जाएगी और इस वजह से शिकायत नहीं करेंगे, लेकिन एक व्यक्ति ने पुलिस से शिकायत कर दी. इस मामले पर ग्रिंडर के अधिकारियों ने इससे जुड़े सवालों का जवाब नहीं दिया है. भारत: कब मिलेगा समलैंगिक विवाह का अधिकार
सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2018 में समलैंगिक सेक्स पर औपनिवेशिक युग के प्रतिबंध को खत्म करने के बावजूद भारत में समलैंगिक विवाह अवैध हैं. भारत में एलजीबीटी+ समुदाय के लोगों को उम्मीद थी कि फैसले के साथ शादी और गोद लेने सहित अधिक समान अधिकारों का रास्ता साफ होगा. देश में धार्मिक और रूढ़िवादी सोच वाले लोग इस तरह के संबंधों का विरोध करते आए हैं.
सीके/एए (रॉयटर्स)