भारत की रैंकिंग और गिरी
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत की रैंकिंग और गिर गई है. 180 देशों में भारत का 150वां नंबर है. क्या है दुनिया में प्रेस फ्रीडम की स्थिति, देखिए...
भारत की रैंकिंग गिरी
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत की रैंकिंग 142 से आठ स्थान गिरकर 150 हो गई है. नेपाल और चीन को छोड़कर उसके बाकी सारे पड़ोसियों की रैंकिंग भी गिरी है.
सबसे अव्वल नॉर्वे
2022 के प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में नॉर्डिक देश सबसे ऊपर हैं. नॉर्वे नंबर एक पर है. उसके बाद डेनमार्क (2) और स्वीडन (3) का नंबर है. एस्टोनिया चौथे और फिनलैंड पांचवें नंबर पर है.
सबसे नीचे कौन?
180 देशों की सूची में उत्तर कोरिया को सबसे नीचे रखा गया है. रूस 150 से गिरकर 155वें नंबर पर आ गया है, जबकि यूक्रेन 106 पर है.
नेपाल का उछाल
इस साल रैंकिंग में नेपाल ने 30 स्थानों की छलांग लगाई है और वह 76वें नंबर पर आ गया है. पिछले साल यह 106वें नंबर पर था.
भारत के पड़ोसियों की हालत
पाकिस्तान 157वें नंबर पर है. श्रीलंका की रैंकिंग है 146, बांग्लादेश की 162 और म्यांमार की 176. चीन की हालत दो स्थान सुधरी है और वह 175वें नंबर पर आ गया है.
ध्रुवीकरण का नया युग
रैंकिंग जारी करते हुए रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने कहा कि दुनिया में मीडिया ध्रुवीकरण का एक नया युग शुरू हो गया है यानी देशी मीडिया संस्थानों के बीच बंटवारा बहुत स्पष्ट और तीखा हो गया है.
विकसित देशों की स्थिति
अमेरिका को 42वीं रैंकिंग मिली है. ऑस्ट्रेलिया (39), फ्रांस (26), यूके (24), कनाडा, (19), जर्मनी (16) और न्यूजीलैंड (11) में मीडिया की स्थिति कमोबेश अच्छी मानी गई है.
सबसे खराब स्थिति वाले देश
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने 28 देशों में स्थिति को ‘बेहद खराब’ बताया है. इनमें से सबसे खराब दस देशों में उत्तर कोरिया के अलावा इरिट्रिया, ईरान, तुर्कमेनिस्तान, चीन और म्यांमार शामिल हैं.