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अपराधभारत

सुप्रीम कोर्ट के बैन के बावजूद बिक रहा है एसिड

१५ दिसम्बर २०२२

दिल्ली में स्कूली छात्रा पर हुआ एसिड हमला इस चिंता को और बढ़ाता है कि भारत में एसिड की बिक्री धड़ल्ले से जारी है.

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Bobs 2016 Stop Acid Attacks
तस्वीर: stopacidattacks.org

राजधानी दिल्ली के द्वारका इलाके में बुधवार को बाइक सवारों ने स्कूल जा रही 12वीं कक्षा की छात्रा पर तेजाब से हमला कर दिया. पुलिस ने इस घटना के कुछ देर बाद ही मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी छात्रा के पड़ोस में ही रहता था. पुलिस का कहना है कि वह छात्रा पर जबरदस्ती दोस्ती करने का दबाव बना रहा था.

तेजाबी हमले में 17 साल की छात्रा का चेहरा और शरीर का अन्य हिस्सा बुरी तरह से झुलस गया है. घायल पीड़िता का इलाज सफदरजंग अस्‍पताल में चल रहा है. छात्रा का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने गुरुवार को बताया कि उसके चेहरे और गले पर जलने के निशान हैं.

एसिड हमले: भारतीय समाज का कड़वा सच

आरोपी ने ऑनलाइन खरीदा एसिड

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान सचिन अरोड़ा, हर्षित अग्रवाल और वीरेंद्र सिंह उर्फ सोनू के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा कि तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पता चला है कि आरोपी सचिन ने एक ऑनलाइन शॉपिंग साइट से तेजाब खरीदा था. हालांकि ऑनलाइन साइट ने अब तक इस पर बयान नहीं जारी किया है.

पुलिस ने गवाहों और स्थानीय स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर आरोपी व्यक्तियों की पहचान की और घटना के कुछ घंटों के भीतर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस के बयान के मुताबिक पूछताछ में पता चला कि आरोपी सचिन पीड़िता को जानता था और इस साल सितंबर तक दोनों के बीच दोस्ताना संबंध थे. उसके बाद उनमें अनबन हो गई.

इस बीच तेजाब हमले की घटना पर दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर लिखा, "देश की राजधानी में दो बदमाशों ने एक लड़की पर दिनदहाड़े तेजाब फेंका और भाग गए, क्या किसी को कानून का डर है?"

दिल्ली महिला आयोग ने "एसिड की आसान उपलब्धता" पर ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट और एमेजॉन को नोटिस भेजा है.

मालीवाल ने ट्वीट कर लिखा, "17 साल की लड़की पर जो एसिड फेंका गया वो फ्लिपकार्ट से मंगाया था. एमेजॉन पर भी एसिड बिक रहा है. सोचिए कितना आसान है किसी के लिए भी तेजाब खरीदना…बटन दबाओ, घर बैठे तेजाब की होम डिलीवरी पाओ! मैं फ्लिपकार्ट और एमेजॉन को नोटिस जारी कर रही हूं, उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए!"

एसिड हमलों पर बन चुकी है फिल्म
एसिड हमलों पर बन चुकी है फिल्मतस्वीर: DW/P. Samanta

बढ़ रहे तेजाबी हमले

दिल्ली में 2018 से 2021 के बीच तेजाब से हमले के 32 मामले दर्ज किए गए थे. आंकड़ों के मुताबिक कोरोना महामारी के दौरान इस तरह के हमले में गिरावट देखी गई थी लेकिन अब इसमें वृद्धि हुई है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के हवाले से राज्यसभा में सरकार ने बताया है कि 2018 में एसिड अटैक के 11 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2019 में 10 मामले दर्ज हुए. साल 2020 में कोरोना काल के दौरान तेजाबी हमले दो पर आ गए थे और 2021 में यह हमले बढ़कर नौ पर पहुंच गए.

मेक्सिको में बदलाव के लिए एकजुट होती एसिड हमलों की पीड़ित

सुप्रीम कोर्ट ने लगाया था एसिड की बिक्री पर बैन

सुप्रीम कोर्ट द्वारा बिना लाइसेंस के तेजाब की काउंटर पर बिक्री पर देशव्यापी प्रतिबंध लगाने को नौ साल बीत चुके हैं लेकिन सच्चाई यह कि तेजाब आसानी से मिल जाता है. पुरानी दिल्ली में तो तेजाब बेचने वाले साइकिल पर टोकरी लादे तेजाब बेचते दिख जाएंगे. कई लोगों का तर्क रहता है कि वे बॉथरूम और फर्श साफ करने के लिए तेजाब का इस्तेमाल करते हैं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि वह समय समय पर तेजाब की बिक्री करने वालों पर छापे मारती है और उनपर उचित कानूनी कार्रवाई भी करती है.

2013 के एक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि एसिड बेचने वाले प्रतिष्ठानों को ऐसा करने के लिए अनिवार्य रूप से लाइसेंस की आवश्यकता होगी और जहर अधिनियम के तहत पंजीकृत कराना होगा. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी रेखांकित किया था कि ऐसी दुकानों के मालिकों को एसिड खरीदने वाले ग्राहकों से एक पहचान पत्र मांगना होगा और उनसे एसिड खरीदने का कारण पूछना होगा. कोर्ट ने कहा था ऐसी दुकानों को अपने स्टॉक और एसिड की बिक्री का एक रजिस्टर भी बनाए रखने की जरूरत है.

एसिड हमलों की पीड़ित कठोर कार्रवाई की मांग करती हैं
एसिड हमलों की पीड़ित कठोर कार्रवाई की मांग करती हैंतस्वीर: Suhail Bhat/DW

एसिड हमले की पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल की जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 2013 ने एसिड की बिक्री को लेकर फैसला सुनाया था. लक्ष्मी ने एक अंग्रेजी अखबार को कहा कि आदेश के बावजूद एसिड की बिक्री बेरोकटोक जारी है. उन्होंने कहा, "कुछ भी नहीं बदला है और जानलेवा एसिड जिंदगियों को बर्बाद करना जारी रखे हुए है. अधिकारियों को कानून तोड़ने वाले ऐसे व्यक्तियों पर कार्रवाई करनी चाहिए."

दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने एसिड से हुए ताजा हमले को लेकर दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है.

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