जलवायु परिवर्तन के कारण पानी की कमी, अचानक बाढ़ और अनियमित बरसात जैसी समस्याएं गंभीर होती जा रही है. इसके कारण दुनियाभर में खेती बहुत अप्रत्याशित होती जा रही है और किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. ऐसे में हाइड्रोपॉनिक्स तकनीक एक समाधान बन सकता है. पारंपरिक खेती के मुकाबले इसमें पानी की खपत 90 फीसदी तक कम है. यह प्राचीन तकनीक भारत में खाद्य सुरक्षा को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है.